उत्तर प्रदेश के वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत हो गई है. लेकिन कार्यक्रम के पहले ही दिन विवाद हो गया. दरअसल, यहां पर आयोजकों की ओर से बांटी जा रही फोटो बुकलेट में पूर्व विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर का फोटो भी छपा हुआ है, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना की जा रही है. बता दें कि एमजे अकबर ने #MeToo अभियान के दौरान लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद दबाव के बीच मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
प्रवासी भारतीय दिवस वाराणसी में 21 जनवरी से 23 जनवरी तक आयोजित किया जा रहा है. यहां दुनियाभर से पहुंचे प्रतिनिधिमंडल को एक बुकलेट दी जा रही है, जिसमें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई जा रही हैं. इस बुकलेट में एमजे अकबर को अभी भी विदेश राज्य मंत्री बताया गया है.
इसी बुकलेट के कवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह के साथ पूर्व मंत्री एमजे अकबर की तस्वीर चस्पा है. आपको बता दें कि 2016 में एमजे अकबर ने बतौर विदेश राज्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन बीते साल चले #MeTooMovement के दौरान कई महिला पत्रकारों ने उनपर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था.
जिसके बाद विपक्ष की ओर से सरकार पर एमजे अकबर को हटाने का दबाव बनाया गया था, और एमजे अकबर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
बीते साल अक्टूबर में सबसे पहले वरिष्ठ पत्रकार प्रिया रमानी ने उनपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. जिसके बाद एक-एक करीब करीब 20 महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. एमजे अकबर का ये मामला कोर्ट तक पहुंचा था, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
The book in the delegation kit has @mjakbar on the cover!
Resigning after #MeToo... How does he still make the cut??? 🙄🤷♀️#PravasiBharatiyaDivas2019#PBD2019@SushmaSwaraj @Gen_VKSingh @CMOfficeUP pic.twitter.com/MHSOm3Bhwt
— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) January 21, 2019
तीन दिन चलेगा प्रवासी भारतीय दिवस
गौरतलब है कि प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन पहली बार वाराणसी में हो रहा है. सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इसकी शुरुआत हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को औपचारिक तौर पर इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. ये कार्यक्रम 23 जनवरी तक चलेगा.
प्रवासी भारतीय दिवस के बाद सभी प्रतिनिधियों को कुंभ मेले का दर्शन कराने और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड दिखाने भी ले जाया जाएगा.