कर्नाटक विधानसभा में सोमवार को उस वक्त अराजक माहौल बन गया, जब एक सत्ताधारी कांग्रेस विधायक का विधानसभा अध्यक्ष के साथ विवाद हो गया. विवाद के बाद कांग्रेस विधायक जेडी(एस) के दो सदस्यों के साथ अध्यक्ष की कुर्सी के पास आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. सदन में बिगड़ती स्थिति के बाद विधायक को मार्शलों के जरिये सदन से बाहर निकलवाया गया.
दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष कागोडू थिमप्पा ने जेडी(एस) विधायक मंजूनाथ गौड़ा को भद्दे इशारे करने पर मार्शल की मदद से बाहर निकालने का आदेश दिया. चिक्कबल्लापुर और कोलार जिलों में पेयजल की समस्या को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के साथ गौड़ा की बहस हो गई थी.
चिक्कबल्लापुर और कोलार के विधायकों ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रमेश कुमार को इस संबंध में प्रश्न उठाने से रोकने के थिमप्पा के प्रयास पर नाराजगी जताई.
राज्य भर में पेयजल की समस्या पर हो रही चर्चा में हिस्सा लेने के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कृष्णा रेड्डी जेडी(एस) ने येत्तीनाहोले परियोजना को बजट प्रस्तावों में शामिल नहीं किए जाने की शिकायत की.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस विधायक पी.एम. नरेंद्र स्वामी ने इसे शामिल नहीं करने की जरूरत का कारण बताते हुए कहा कि परियोजना पर अभी काम चल रहा है.
कुमार ने पूछा, 'फिर सरकार ने अभी चल रही सिंगातालूर लिफ्ट सिंचाई परियोजना को बजट में क्यों शामिल किया है?' कुमार विधानसभा अध्यक्ष से सरकार के खिलाफ लोगों के गुस्से के बारे में बोलते रहे.
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, 'कुमार.. भाषण देना बंद करिए. मैं अब आपको और अधिक बोलने की इजाजत नहीं दे सकता.' कुमार ने कहा कि यदि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जाएगा, तो वह वहां से चले जाएंगे. इस पर अध्यक्ष ने कहा 'कृपया जाइए'.
इसके बाद जब कुमार, सुब्बा रेड्डी, कृष्णा रेड्डी और गौड़ा आसन के समक्ष आकर विरोध जताने लगे, तो अध्यक्ष ने मार्शलों से गौड़ा को सदन से बाहर निकालने को कहा.
- इनपुट भाषा