उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर मनोज गुप्ता की हत्या मामले में स्थानीय विधायक शेखर तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. तिवारी की गिरफ्तारी कानपुर से हुई. हत्या के बाद से फरार विधायक भागने के चक्कर में थे.
गुप्ता की पीट पीट कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में स्थानीय विधायक शेखर तिवारी का नाम सामने आ रहा है था. लोगों के रोष के बाद विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था.
मंगलवार देर रात दिबियापुर थाने इलाके में इंजीनियर मनोज गुप्ता के घर से कुछ लोग सीआईडी के अधिकारी बन कर आए और उन्हें अपने साथ ले गए. बाद में गुप्ता के साथ मारपीट की गई और उनकी लाश पुलिस थाने के बाहर फेंक दी गई.
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर ने बताया विधायक को गिरफ्तार किया जाएगा और उनके दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. राज्य के डीजीपी विक्रम सिंह ने बताया कि स्थानीय विधायक मनोज की कॉलोनी गए थे. इसका सबूत गार्ड के रजिस्टर में उनके नाम की ऐंट्री है. हालांकि उन्होंने कहा कि चंदा मांगने की जो बात की जा रही है उसका कोई सबूत नहीं है.
मनोज के परिवारवालों और रिश्तेदारों ने थाने के बाहर हंगामा किया. मनोज गुप्ता औरैया में चल रही कांशीराम शहरी विकास योजना में काम कर रहे थे. इसी कंसट्रक्शन को लेकर मनोज की इलाके के कई दबंग लोगों से विवाद चल रहा था.
इस हत्या के विरोध में पूरे उत्तर प्रदेश के इंजीनियरों ने फैसला किया है कि वह हड़ताल पर चले जाएंगें.
उल्लेखनीय है कि 19 नवंबर 2005 को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मंजूनाथ के इंजीनियर की हत्या वहां के बदमाशों ने कर दी थी. मंजूनाथ आईआईएम, लखनऊ के छात्र थे और उसके बाद इंडियन आयॅल में अधिकारी के पद पर कार्यरत थे.