बाला साहब ठाकरे को गुजरे अभी कुछ ही दिन हुए है और शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के बीच की दूरियां साफ तौर पर बढ़ती दिखाई दे रही हैं. राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने मुंबई के एतिहासिक शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे का स्मारक बनाने का विरोध कर दिया है.
बीएमसी हाउस में एक प्रस्ताव के दौरान एमएनएस ने कहा कि बाल ठाकरे का स्मारक शिवाजी पार्क में नहीं बनना चाहिए और इसे इंदू मिल की जमीन पर तैयार करवाना चाहिए.
ये खबर चौंकाने वाली इसलिए है क्योंकि कुछ दिनों पहले ही बाल ठाकरे की अंतिम यात्रा के दौरान राज ठाकरे फूट-फूट कर रोए थे लेकिन अब एमएनएस के इस फैसले से राज ठाकरे और शिवसेना के बीच की दरार खुलकर दिखाई दे रही है.
गौरतलब है कि 20 नवंबर को शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे का स्मारक बनाने की बहस पर संयम बरतने की अपील करते हुए ठाकरे के बेटे और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि इस बारे में फैसला लाखों शिवसैनिक करेंगे.
कांग्रेस और एनसीपी दोनों ही स्मारक के मुद्दे पर सावधानी से कदम रख रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने कहा था कि स्मारक की अनुमति देने पर फैसला सरकार को करना है. वहीं एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा था कि जिस शिवाजी पार्क में रविवार को ठाकरे का अंतिम संस्कार किया गया वह शिवसेना-बीजेपी के नियंत्रण वाले बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अंतर्गत आता है इसलिए फैसला उन्हें लेना है.
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि अगर स्मारक की मांग की गयी तो वह उसके प्रस्ताव पर ‘सकारात्मक तरीके’ से विचार करेगी. हालांकि शिवाजी पार्क के नागरिक संगठनों ने इस कदम पर विरोध दर्ज कराया है.