देश के गन्ना किसानों को राहत देते हुए बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट फसल की कीमत में बढ़ोतरी का फैसला किया है. मोदी कैबिनेट ने गन्ने की कीमत में 20 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया है.
मोदी कैबिनेट के इस फैसले के बाद गन्ना कीमत 255 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 275 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गई है. सरकार के इस फैसले के बाद चीनी मिलों को इसी रेट पर किसानों से गन्ना खरीदना होगा.यह दाम आगामी सीजन यानी 2018-19 के लिए है. इस फैसले से करीब 83 हजार करोड़ रुपये किसानों के पास पहुंचेगा.
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मोदी कैबिनेट का यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है. खासकर यूपी जैसे गन्ना पैदा करने वाले बड़े राज्य में इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है. जहां बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती होती है और बसपा-सपा के गठबंधन की स्थिति में बीजेपी के लिए मोदी सरकार का यह फैसला कारगर साबित हो सकता है.
बता दें कि मोदी सरकार खुद को किसानों की हिमायती होने का दावा करती रही है. जबकि विपक्ष मोदी सरकार पर बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाती रही है. ऐसे में मोदी सरकार ने हाल ही में फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में डेढ़ गुना की बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद अब मोदी कैबिनेट ने गन्ने के रेट में 20 रुपये की वृद्धि की है.