नव गठित नीति आयोग की संचालन परिषद की रविवार को नई दिल्ली में पहली बैठक हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी अध्यक्षता की. नीति आयोग की स्थापना एक जनवरी, 2015 को योजना आयोग भंग करने के बाद की गई थी. सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है, जिसके मुताबिक प्रधानमंत्री नीति आयोग के अध्यक्ष हैं.
आयोग की संचालन परिषद में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, सभी केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल, विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ और पेशेवर भी शामिल हैं. आयोग के सांगठनिक ढांचे में अध्यक्ष प्रधानमंत्री के अलावा एक उपाध्यक्ष, पूर्ण कालिक सदस्य, अंशकालिक सदस्य, पदेन सदस्य, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और एक सचिवालय शामिल हैं.
सरकार ने डॉ. अरविंद पनगढ़िया को आयोग का उपाध्यक्ष और विवेक देबराय और वी.के. सारस्वत को पूर्णकालिक सदस्य बनाया है. सिंधुश्री खुल्लर को आयोग का मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाया गया है. रविवार की बैठक का समन्वयन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने किया और शुरुआती वक्तव्य नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने दिया.
मोदी का आह्वान: केंद्र के साथ मिलकर काम करें राज्य
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि वे ‘सहकारी संघवाद’ के मॉडल का विकास करें, ताकि केंद्र और राज्य सरकारें मतभेद मिटाकर विकास व समृद्धि का एक साझा कार्यक्रम तैयार कर सकें. मोदी ने कहा कि भारत तब तक विकास नहीं कर सकता, जब तक कि उसके साथ उसके राज्य विकास न करें.
मोदी ने कहा, वह चाहते हैं कि सरकार की कार्ययोजना को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न राज्य सहकारी प्रतिस्पर्धी संघवाद की भावना के तहत एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करें. उन्होंने कहा कि नीति आयोग की संचालन परिषद ऐसे राष्ट्रीय लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगी, जिसे सभी राज्य मिलकर तय करेंगे.
इनपुट-IANS