डाउ केमिकल्स के साथ सहमति पत्र पर दस्तखत करने के लिए गुजरात कांग्रेस ने आज नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की. डाउ केमिकल्स ने दो वर्ष पहले यूनियन कार्बाइड का अधिग्रहण कर लिया था.
विधानसभा में विपक्ष के नेता शक्ति सिंह गोहिल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मोदी सरकार ने डाउ केमिकल्स के साथ सहमति पत्र पर दस्तखत किया था और भारत में प्रवेश दिया जबकि वास्तविकता यह थी कि इसने गैस हादसे में हजारों लोगों की मौत की जिम्मेदार यूनियन कार्बाइड को खरीद लिया था.’’ उन्होंने डाउ केमिकल्स के सीईओ द्वारा अक्तूबर 2008 में तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम एवं वाणिज्य मंत्री कमलनाथ को लिखा पत्र भी पेश किया जिसमें गुजरात के दाहेज में कंपनी के विनिवेश को लेकर उनसे सहयोग मांगा गया था.