विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि ‘देहाती औरत’ वाली कथित टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ की गई उनकी टिप्पणी से पता चलता है कि उन्हें देहाती औरत पसंद नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने मोदी को तथ्यों की पुष्टि किए बिना ‘टांय टांय’ करने वाला ‘तोता’ करार दिया है.
खुर्शीद ने कहा कि मोदी जमीनी हकीकत से अंजान हैं और एक ‘देहाती औरत’ होने में कोई बुराई नहीं है.
न्यूयॉर्क में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा ‘मोदी को ‘देहाती औरत’ पसंद नहीं. बेशक वह देहाती औरत को पसंद नहीं करते. हमें देहाती औरत वाली टिप्पणी अपमानजनक क्यों लगनी चाहिए.’ खुर्शीद मोदी की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा कथित रूप से एक ‘देहाती औरत’ से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तुलना किए जाने को अपमानजनक करार दिया था.
‘देहाती औरत’ वाली शरीफ की टिप्पणी का खुलासा करने वाले पाकिस्तानी पत्रकार ने बाद में इसका खंडन करते हुए कहा कि पाकिस्तान प्रधानमंत्री ने इस शब्द का प्रयोग नहीं किया था.
विदेश मंत्री ने कहा कि मोदी ने एक ऐसी टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री पर प्रहार किया, जिसके बारे में अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि नवाज शरीफ ने ऐसे कहा भी है या नहीं. वह कभी तथ्यों की जांच नहीं करते, टीवी नहीं देखते, इसलिए उनके लिए यह जानना कठिन हो जाता है कि दूसरे लोग क्या कह रहे हैं. उन्हें जो बताया जाता है, वह उसी को सत्य मान लेते हैं.
खुर्शीद ने कहा, ‘उनके इर्द गिर्द ऐसे लोग मौजूद हैं, जिन्हें शायद भारतीय राजनीति का ज्यादा तजुर्बा नहीं है. वह उन्हें कुछ बताते हैं, जिसे वह तोते की तरह याद कर लेते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘क्या उन्हें तथ्यों की जांच नहीं करनी चाहिए या क्या उन्हें तथ्यों से एलर्जी है? (केंद्रीय वित्त मंत्री पी) चिंदबरम ने कहा कि वह तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़ करते हैं. मेरा निजी तौर पर मानना है कि उन्हें तथ्यों से एलर्जी है.’ खुर्शीद ने कहा कि न्यूयार्क में सिंह और शरीफ के बीच हुई बैठक में कोई विवाद नहीं दिखा.
उन्होंने कहा, ‘मोदी के पास कहने को कुछ और नहीं है, वह तर्क विहीन व्यक्ति हैं, उनमें तर्क का अभाव है, कूटनीतिक समझ का अभाव है और अपने कथन पर टिके रहने का अभाव है.’ इसके साथ उन्होंने कहा, ‘मैं इसमें अभी पाखंड को नहीं जोड़ रहा हूं.’ उन्होंने कहा, ‘कोई भी व्यक्ति जो इन तीन कमियों से जूझ रहा हो और मैं इसमें चौथी कमी को नहीं जोड़ रहा, उसे गंभीरता से नहीं लिया जा सकता है.’
खुर्शीद ने कहा, ‘मोदी के लिए हमारा संदेश यह है कि दूसरे लोगों के कार्यों पर टिप्पणी करना बंद कर आप अपने बारे में बात करना शुरू क्यों नहीं करते. वह अपने बारे में कुछ कहते ही नहीं. क्या उन्होंने पाकिस्तान पर अपनी नीति, एक पद एक पेंशन पर अपनी नीति, सांप्रदायिक हिंसा पर अपनी नीति, पुलिस और मानवाधिकार पर अपनी नीति बताई है? क्या उन्होंने किसी चीज भी संबंध में अपनी नीति बताई है?’