भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों की एक सूची तैयार की है. सूची में उन अधिकारियों को शामिल किया गया है जिन पर यूपीए सरकार के 10 साल के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. बताया जाता है कि इस लिस्ट में कुल 34 अधिकारियों के नाम शामिल हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मोदी सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों की सूची में उन अफसरों को रखा है जिन पर यूपीए के 10 साल के शासनकाल में भ्रष्टाचार की जांच शुरू की गई थी, लेकिन उन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. आरोप है कि ऐसे अफसरों ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके न सिर्फ जांच प्रक्रिया को फाइलों के नीचे दबा दिया, बल्कि लगातार अच्छी पोस्टिंग भी पाते रहे.
बताया जाता है कि लिस्ट में 34 अधिकारी शामिल हैं और वे विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी विभागों में तैनात हैं.