लोकसभा चुनावों में से पहले मोदी सरकार अपनी चौथी वर्षगांठ का जश्न देशभर में बड़े स्तर पर मनाएगी. सरकार ने इसके विज्ञापनों और प्रचार के लिए अलग-अलग टैगलाइन और थीम तैयार की है. इसके जरिए सरकार की चार साल की उपलब्धियों को जनता तक ले जाया जाएगा.
बुलेट ट्रेन को रेल मंत्रालय की उपलब्धियों के केंद्र में रखा जाएगा. सरकार अपने प्रचार अभियान में बुलेट ट्रेन को शो केस करेगी. बुलेट ट्रेन को 'तेज गति, तेज प्रगति और तेज टेक्नॉलॉजी के माध्यम से तेज परिणाम लाने वाला साबित किया जाएगा. बुलेट ट्रेन को सुविधा, सुरक्षा के साथ ही रोजगार और रफ्तार लाने वाला प्रोजेक्ट बताया जाएगा.
'48 साल बनाम 48 महीने'
अपने चार साल के काम को लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार आक्रामक प्रचार अभियान चलाएगी. इसमें निशाने पर कांग्रेस और उसका कार्यकाल रहेगा. यही वजह है कि मोदी सरकार के 48 महीने बनाम कांग्रेस के 48 साल की तुलना करने की तैयारी है. प्रचार के केंद्र में मोदी सरकार के 48 महीने की उपलब्धियों की तुलना कांग्रेस की पिछली सरकारों के 48 साल के शासन और उपलब्धियों से की जाएगी.
बीजेपी इसके जरिए सरकार के विकास कार्यों और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अपनी पीठ ठोकेगी तो वहीं कांग्रेस को विकास विरोधी और भ्रष्ट साबित करने की कोशिश करेगी.
मोदी सरकार की उज्ज्वला योजना ने बीजेपी को कई राज्यों में चुनावी सफलता दिलाई है और अब सरकार 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इसको भुनाना चाहती है. सरकार गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन देने वाली इस योजना को महिलाओं को धुंए और बीमारी से बचाने की दिशा में मील का पत्थर बताती है. इसलिए सरकार पेट्रोलियम मंत्रालय की उपलब्धियों को 'चार करोड़ गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन, 5 करोड़ गरीब परिवारों तक गैस पहुंचानी बाकी है' के टैगलाइन से बेहतर भविष्य का सपना दिखाएगी।
'रास्ता सही है, मंजिल बाकी है'
सरकार इस थीम के जरिए अपने सभी मंत्रालयों की उपलब्धियों को जनता को बताएगी कि उनके कार्यकाल में कैसे गरीब कल्याण योजनाओं का फायदा देश की आम जनता तक पहुंचाया है. सरकार ये बताने की कोशिश करेगी कि आमजनता के हित में लिए जा रहे फैसलों का रास्ता सही दिशा में जा रहा है और मंजिल भी नजदीक है.
'बिजली घर-घर पहुंचानी बाकी है'
मोदी सरकार ने उन 18000 गांवों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य पूरा किया है जहां 2014 तक बिजली नहीं पहुंची थी. सरकार अब गांवों से हर घर तक बिजली पहुंचाने के मिशन में लगी है. इस टैगलाइन के जरिए सरकार ऊर्जा मंत्रालय की उपलब्धियों की फेहरिस्त जनता के सामने रखेगी.
सड़क परिवहन मंत्रालय जिस तरह से देश भर में सड़कों का जाल बनाने में तेजी ला रहा है, ये भी सरकार की टॉप उपलब्धियों में गिनाया जाएगा. 'प्रतिदिन 27 किमी सड़क बन रही है, इसको 50 किमी तक पहुंचाना है' की थीम से सड़क परिवहन मंत्रालय का लेखा-जोखा जनता के बीच रखा जाएगा.
इसके अलावा सरकार और भी कई टैगलाइन और थीम तैयार कर रही है जिसके जरिए मंत्रालयों के कामकाज को जनता के बीच ले जाया जाएगा. सरकार चार साल में सृजित हुई चार करोड़ नौकरियों या रोज़गार देने का डेटा भी जारी करेगी. साथ ही सभी मंत्रालयों की बड़ी उपलब्धियों पर वीडियो और विज्ञापन जारी किए जाएंगे.
सभी मंत्री अलग-अलग राज्यों में जाकर प्रेस कांफ्रेंस, पब्लिक मीटिंग और कार्यक्रमों के जरिए जनता से सीधे संवाद कर सरकार की उपलब्धियों को बताएंगे. गौरतलब है कि पीएमओ ने सरकार की चार साल के वर्षगांठ के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय करने और पार्टी से समन्वय के लिए नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान की एक कमेटी बनाई है.