मोदी सरकार ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को संसद में घेरते हुए उन पर फरेब की सियासत करने और अपने निर्वाचन क्षेत्र अमेठी में फूड पार्क के मुद्दे पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया.
मोदी सरकार के इस आरोप का कांग्रेसी सांसदों ने जोरदार विरोध किया. इसके चलते सदन की बैठक दो बार स्थगित भी हुई.
कांग्रेस उपाध्यक्ष द्वारा गुरुवार को शून्यकाल में फूड पार्क का मुद्दा उठाए जाने के बाद खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर ने इसका जवाब देते हुए कहा, ‘इस परियोजना को 11 जुलाई 2014 को रद्द कर दिया गया था. क्या आप दस महीने तक सो रहे थे?’ सत्ता पक्ष के सांसदों ने इस जवाब का मेजें थपथपाकर जोरदार समर्थन किया, तो वहीं कांग्रेसी सांसदों ने इसके विरोध में अध्यक्ष के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे.
राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था कि वे बदलाव की राजनीति करने के अपने वादे के विपरीत बदले की राजनीति कर रहे हैं.
बीजेपी सांसद किरीट सोमैया द्वारा सदन में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाए जाने के समय कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सदन में नहीं थे. किरीट सोमैया द्वारा यह मामला उठाए जाने के तुरंत बाद मंत्री ने इसका जवाब दिया. सोमैया ने कहा कि उन्होंने फूड पार्क के मुद्दे पर सदन को कथित रूप से गुमराह करने को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है.
मंत्री ने कहा, ‘राहुल गांधी राष्ट्र को और देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं.’ उन्होंने इस मुद्दे को लेकर राहुल गांधी पर होमवर्क करके नहीं आने और फरेब की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कटाक्षपूर्ण अंदाज में कहा कि कांग्रेस नेता फाइव स्टार छुट्टियां बिताकर और फर्स्ट क्लास विमान से लौटकर आलू उत्पादक किसानों का मुद्दा उठा रहे हैं.
किरीट सोमैया ने कहा कि फूड पार्क परियोजना को 2010 में मंजूरी दी गई थी, लेकिन राहुल गांधी ने इस मामले में कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि फूड पार्क की वर्ष 2012 तक आधारशिला भी नहीं रखे जाने पर कंपनी को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.
इनपुट: भाषा