केंद्र सरकार ने लंगर पर लगे जीएसटी को रिफंड करने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले का पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने स्वागत किया है. दोनों ही नेताओं ने सरकार के इस कदम को ऐतिहासिक करार दिया.
सुखबीर सिंह बादल और हरसिमरत कौर का कहना है कि केंद्र सरकार ने पूरे देश के अंदर सभी धर्मों के जो लंगर बांटे जाते हैं, उन पर जीएसटी रिफंड करने का जो फैसला किया. ये ऐतिहासिक है, क्योंकि लंगर एक सेवा है, जो मुफ्त में बांटा जाता है. अब राज्य सरकारों को भी लंगर पर टैक्स माफ करना चाहिए ताकि लोगों को राहत मिल सके.
सुखबीर बादल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी कहा है कि वह राज्यों की ओर से लगने वाले टैक्स को माफ करें. सुखबीर बादल का कहना है कि यह भावनात्मक मुद्दा है और सेवा का काम है, इसलिए इस पर कोई टैक्स नहीं लगना चाहिए.
मोदी सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा है कि देश के बाकी राज्य भी प्रधानमंत्री की पहल का अनुसरण करते हुए अपने-अपने टैक्स माफ करें. सुखबीर बादल का कहना है कि केंद्र ने अपने 58 फीसदी जो टैक्स लगते थे, उसको माफ कर दिए हैं. अब 42 फीसदी टैक्स राज्य भी माफ करें.
लंगर पर जीएसटी रिफंड करने की मांग को लेकर अकाली नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली से लगातार मिलते रहे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी इन लोगों ने बात की थी. लंगर पर टैक्स ना लगने को लेकर नीतीश ने वित्तमंत्री अरुण जेटली को पत्र भी लिखा था. नीतीश लगातार केंद्र सरकार पर दबाव बना रहे थे.