पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में भ्रष्टाचार के कई आरोपों से घिर गई. सरकार के कई मंत्री और नेता सीबीआई से लेकर कई एजेंसियों के जांच दायरे में भी आए. मौजूदा बीजेपी भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और यूपीए-2 की विफलताओं के कारण ही चुनाव में अप्रत्याशित जीत दर्ज कर पाई. अब कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि बीजेपी सरकार का हाल भी यूपीए-2 की तरह हो सकता है.
सरकार को आगाह करते हुए कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि भ्रष्टाचार के जिन आरोपों ने यूपीए-2 को डुबोया, वैसे ही आरोप अपने कार्यकाल के समापन की ओर बढ़ रही नरेंद्र मोदी सरकार पर भी लग सकते हैं. पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि यूपीए-2 सरकार पर उसके कार्यकाल के अंतिम दौर में भ्रष्टाचार के कई आरोप लग चुके थे. उन्होंने कहा कि 2019 में अपने कार्यकाल की समाप्ति पर यही दाग बीजेपी सरकार पर भी लग सकता है, हालांकि वह नहीं चाहते कि ऐसा हो.
एक कार्यक्रम में चर्चा करते हुए चिदंबरम ने कहा कि अपना कार्यकाल पूरा करने वाली यूपीए-2 पर कई दाग लगे. किसी भी सरकार का पांच साल का कार्यकाल पूरा होने तक इंतजार करें, उस पर भी पिछली सरकार की तरह ही धब्बा लगेगा. यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके चिदंबरम ने कहा ‘मैं नहीं चाहता कि ऐसा हो, लेकिन ऐसा होगा.’.
पूर्व की सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सफाई देते हुए चिदंबरम ने कहा कि 'आरोप कई लगे, लेकिन जब तक किसी को दोषी नहीं ठहराया जाता और सजा नहीं दी जाती, तब तक मैं यह मानने को तैयार नहीं हूं कि वह दोषी है’. चिदंबरम ने कहा कि जब तक सामने वाला बेकसूर साबित नहीं हो जाता तब तक उसे दोषी समझा जाता है. उन्होंने कहा कि मेरे विचार से यह गलत है क्योंकि इससे देश में कानून का शासन प्रभावित होगा.’
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि भ्रष्टाचार का मुख्य कारण लालच है जो चुनाव के लिए धन की जरूरत से जुड़ा है. उन्होंने कहा राजनीतिक व्यक्ति या राजनीतिक दल के मामले में , चुनाव के लिए पैसा जरूरी है जो उस राह पर भेजता है जिसे आप भ्रष्टाचार कहते हैं. जब तक आप चुनाव के लिए धन के रास्ते नहीं खोज लेते तब तक आप भ्रष्टाचार को कम नहीं कर पाएंगे.