मोदी सरकार देश के हर गांव तक बिजली पहुंचाने के मिशन में जोर-शोर से जुटी है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार ने दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत मई 2018 से पहले 4 हजार गांवों को रोशन करने का लक्ष्य रखा है. 15 अगस्त 2015 को राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने हर गांव तक बिजली पहुंचाने के लिए 1 हजार दिनों की मोहलत मांगी थी. गोयल का कहना है कि इस दिशा में सही रफ्तार से काम जारी है.
4 लाख से ज्यादा घर अब भी अंधेरे में
ऊर्जा मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 3997 गांवों तक अब भी बिजली नहीं पहुंची है. इन आंकड़ों पर यकीन करें तो पिछले तीन सालों में करीब 13,511 गांवों को बिजली का कनेक्शन मिला है. इन गांवों में करीब 7,40,921 घरों का अंधेरा दूर हुआ है. लेकिन 4,53,270 घर अब भी बिजली के इंतजार में हैं.
सरकार की बंपर योजना
सरकार का दावा है कि जो गांव बिजली ग्रिड से नहीं जुड़े हैं उनतक सौर या पवन ऊर्जा पहुंचाई जाएगी. ऐसे गांवों में सोलर पैनल, बैटरी और उपकरण मुफ्त बांटने की भी तैयारी है. इसके अलावा ऐसे गांवों में सरकार 5 बल्ब, 1 पंखा, मिक्सर और एलईडी टीवी बांटने के बारे में भी गौर कर रही है. साथ ही बिजली चोरी रोकने के लिए स्पेशल पुलिस थाने भी बनाए जाएंगे.
साफ ऊर्जा पर जोर
ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल का दावा है कि सरकार गैर-परंपरागत ऊर्जा स्त्रोतों को खास तवज्जो दे रही है. इसी दिशा में 10 नए परमाणु ऊर्जा घरों को कैबिनेट ने मंजूरी दी है. इनके बनने के बाद देश की ऊर्जा क्षमता में 7 हजार मेगावाट का इजाफा होगा. गोयल की मानें तो देश में अभी भी जरूरत से ज्यादा बिजली बन रही है.