पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन होने पर अब केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 14 हजार से ज्यादा सामुदायिक और निजी बंकर बनाए जाएंगे.
सीमा पार से आए दिन हो रही फायरिंग में सीमांत गांवों में रहने वाला कोई न कोई नागरिक शिकार होता रहता है. सिर्फ पिछले साल ही सीमा पार से हुई फायरिंग में तकरीबन 35 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें 19 सेना के जवान, 12 नागरिक और चार बीएसएफ के जवान थे.
अब ऐसे लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार बंकर बनवाएगी. अधिकारियों ने बताया कि पुंछ और राजौरी जिले में एलओसी के पास करीब 7298 बंकरों का निर्माण होगा. जम्मू, कठुआ और सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 7162 भूमिगत बंकरों का निर्माण कराया जाएगा.
केंद्र ने हाल में 415.73 करोड़ रुपये की लागत से एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रहने वाले लोगों के लिए 14,460 निजी और सामुदायिक बंकरों के निर्माण की अनुमति दी थी.
अधिकारियों ने बताया कि कुल 13029 निजी बंकर और 1431 सामुदायिक बंकरों का निर्माण कराया जा रहा है. निजी बंकर का आकार 160 वर्ग फुट होगा, जिसमें आठ लोग आ सकेंगे. वहीं 800 वर्ग फुट के सामुदायिक बंकर में 40 लोग आ सकेंगे.
पाकिस्तान के साथ भारत की 3323 किलोमीटर की सीमा है, जिसमें 221 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी की 740 किलोमीटर सीमा जम्मू-कश्मीर में है.