हरियाणा में जाट आंदोलन को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर रविवार शाम खाप और जाट पंचायतों के नेताओं की बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद बीजेपी महासचिव और हरियाणा प्रभारी अनिल जैन ने घोषणा की कि केंद्र सरकार जाट समुदाय को आरक्षण देने के लिए तैयार है, वहीं खुद गृह मंत्री ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि आरक्षण को लेकर संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू के नेतृत्व में उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है, जो समुदाय की मांगों पर विचार करेगी.
A committee has been formed, our cabinet colleague Venkaiah Naidu is its president: Rajnath Singh,HM #JatReservation pic.twitter.com/E9c5xXb4Xn
— ANI (@ANI_news) February 21, 2016
Satpal Malik, Avinash Rai Khanna, Mahesh Sharma, Sanjeev Balyan will be members of the committee on #JatReservation headed by Venkaiah Naidu
— ANI (@ANI_news) February 21, 2016
गृह मंत्री ने कहा, 'समिति बनाई गई. सरकार आरक्षण को लेकर तैयार है. कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है और सरकार इसके लिए कड़े कदम भी उठा सकती है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे शांति बनाए रखें.' केंद्र की ओर से बनाई गई समिति के सदस्यों में सतपाल मलिक, अविनाश राय खन्ना, महेश शर्मा और संजीव बालियान शामिल हैं.
इससे पहले अनिल जैन ने भी आंदोलनकारियों से शांति बनाए रखने और आंदोलन खत्म करने की अपील की. जैन ने बताया कि सरकार द्वारा गठित समिति जाट समुदाय के मांगों पर विचार करेगी, जिसके बाद अंतिम फैसला और आरक्षण की रूपरेखा तय होगी. गौरतलब है कि बीते आठ दिनों से हरियाणा में जारी जाट आंदोलन में हिंसा चरम पर है. आंदोलनकारियों ने अब तक 1000 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया है, जबकि 7 जिलों में कर्फ्यू लागू है.
12 घंटों में हाईवे, बांध और नहर खाली करवाने के आदेश
दूसरी ओर, खाप और जाट नेताओं के साथ बैठक के बाद गृह मंत्री ने केंद्रयी मंत्रियों के साथ भी मौजूदा हालात पर बैठक की. इस बैठक में एनएसए अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव महिर्षी, आईबी चीफ दिनेश्वर शर्मा, सेना प्रमुख जनरल दलबीर सुहाग, डीजीएमओ ले. जनरल रणबीर सिंह, उप वायुसेना प्रमुख एयर वाईस मार्शल बीएस धनोवा मौजूद रहे. सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में सरकार ने सेना को आदेश दिया है कि बांध, नहर, पानी की सप्लाई लाइन और हाईवे को अगले 12 घंटे में आंदोलनकारियों से मुक्त करवाया जाए. इसके साथ ही आवश्यक सेवाओं को बाधित करने वालों से भी सेना को कड़ाई से निपटने के लिए कहा गया है. बैठक में राजनाथ सिंह के अलावा रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और संसदीय कार्य मंत्री वैंकया नायडू मौजूद थे.
उधर, जाट नेताओं और खाप नेताओ ने बैठक में गृह मंत्री से मांग की है कि आरक्षण विरोधी बयानबाजी के लिए बीजेपी नेता राजकुमार सैनी के ऊपर मुकदमा दर्ज किया जाए और उन्हें पार्टी से बर्खास्त किया जाए. सैनी अभी बीजेपी के लोकसभा सांसद हैं. अनिल जैन रविवार शाम बीजेपी ने कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया है और सात दिनों में जवाब मांगा है.
दूसरी ओर, हरियाणा में आठ दिन से जारी जाट आंदोलन की आग थमती नजर नहीं आ रही. प्रदेश के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी यशपाल सिंघल ने आंदोलनकारियों से सड़क और रेलवे ट्रैक से हट जाने की अपील की. उन्होंने बताया कि आंदोलन के चलते अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसा अभी भी जारी है. ताजा घटनाक्रम में प्रदर्शनकारियों ने फरीदाबाद में NH-2 पर पुलिस और अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ की है.
रक्षा मंत्री बोले- सेना की और टुकड़ियां तैयार
हरियाणा में चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन पर रविवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने थलसेना प्रमुख जनरल दलबीर सुहाग के साथ बैठक की और ताजा हालात की जानकारी ली. रक्षा मंत्री दो टूक शब्दों में उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए निर्देश देने के साथ रात तक सेना को तनावग्रस्त इलाकों को पूरी तरह नियंत्रण में लेने के आदेश दिए. रक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा जाने वाले हाईवे को खोलना सरकार की पहली प्राथमिकता है. जरूरत पड़ने पर सेना की और टुकड़ियां भी तैयार रहेंगी. रक्षा मंत्री के साथ बैठक में सेना प्रमुख के अलावा डीजीएमओ और कई दूसरे आला अधिकारी भी मौजूद थे.