मुस्लिम वोटरों तक पहुंचने के लिए अब मोदी सरकार ने प्रोग्रेस पंचायत कार्यक्रम की योजना बनाई है. जिसकी शुरुआत कल मेवात में मुख्तार अब्बास नकवी करेंगे. ऐसी मुस्लिम प्रोग्रेस पंचायत देशभर में आयोजित की जाएगी. जिसमें मुस्लिम के लिए सरकार की योजना और विकास कार्यों की जानकारी दी जाएगी. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के एक रैली में कहा था कि मुसलमानों को वोट बैंक की तरह नहीं समझना चाहिए मगर अब बीजेपी मुस्लिम प्रोग्रेसिव पंचायत कर एक खास तब के तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
माइनॉरिटी ऑफिस मिस्टर मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि शुरू से उनसे हमारी सरकार का मकसद गरीब दबे कुचले लोगों तक विकास पहुंचे यही रहा है. कोई भी योजना 1 दिन में नहीं बनती उसके लिए समय लगता है, इसलिए जब से हमारी सरकार आई है. हम उन योजनाओं को बना रहे थे और उनको उन लोगों तक पहुंच जाना जरूरी है.
मुस्लिमों के सशक्तिकरण की उनके रोजगार की जो योजनाएं है उनसे सीधे संवाद के माध्यम से करने की यह योजना है जो आपके लिए बनाई है, उनसे मिलकर हम यह बताएंगे कि हम लोगों ने आप के लिए योजना बनाई है यह स्कूल बनाया यह हॉस्पिटल बनाया है इस तरीके से तमाम योजनाओं के बारे में उनको इस पंचायत के माध्यम से बताना हमारा उद्देश्य है.
नकवी का यह भी कहना है कि हम हवा-हवाई बात ही नहीं कर रहे हैं, हमने जो जो काम लोगों के लिए किए हैं, वह हम लोगों के बीच जाकर बताएंगे. खाली शिलान्यास करना रिबन काटना यह हमारा मकसद नहीं है. हम जो योजनाएं बनाए हैं, उन्हीं के बारे में उनको इस पंचायत के माध्यम से जानकारी देंगे.
नकवी का यह भी कहना है कि एक बात समझ लेनी चाहिए कि आज वोट का सौदा नहीं चलेगा, आज विकास का सौदा चलेगा. हमारे पास मैंडेट है मुसलमानों के सशक्तिकरण का उनके विकास का. प्रधानमंत्री मोदी जी कहते हैं कि जो समाज का आखिरी व्यक्ति है, उस तक हमारा विकास पहुंचे. हमारी योजनाएं पहुंच जाए. इस साल सरकार का टारगेट 100 जगहों पर ऐसी प्रोग्रेसिव-पंचायत करने का है.