जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने सरकार पर मुसलमानों को बांटने का आरोप लगाया. मदनी की मानें तो हिन्दुस्तान में हर स्तर पर आग लगाई जा रही है. 2 साल पहले ऐसा नहीं था.
देश का माहौल बेहद खराब
मदनी के मुताबिक देश में हालात आजादी के वक़्त से ज्यादा खराब है. उस वक़्त देश के एक हिस्से में ही माहौल खराब था. लेकिन आज पूरे देश में माहौल खराब है. मदनी ने कहा कि मुसलमानों के लिए राहत की बात ये है कि उत्तर प्रदेश में हुए दंगों के लिए उन्हें ज़िम्मेदार नहीं ठहराया गया.
देश के लोगों में खौफ
उन्होंने कहा कि देश में ऐसा माहौला बनाया जा रहा है कि यहां इस्लाम को जिंदा रहने का हक नहीं है. ईसाई को जिंदा रहने का हक नहीं है. दलितों को जिंदा रहने का हक नहीं है. आज पूरे देश में डर का माहौल है.
सरकार की खामोशी पर सवाल
मदनी का आरोप है कि देश में इतना कुछ हो रहा है और सरकार खामोश है. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री चाहें तो हालात को सुधार सकते हैं. लेकिन वो कुछ नहीं कर रहे हैं. यही नहीं, कुछ संसद सदस्य ही मामले को तूल देने में लगे हैं.
दूसरे धर्म गुरु निशाने पर
मदनी ने कहा कि श्री श्री रविशंकर भी उकुवत और मोहब्बत का पैग़ाम देते हैं. फिर मुस्लिम धर्म गुरुओं और दूसरे धर्म गुरुओं के साथ भेदभाव क्यों हो रहा है?
सरकार के खिलाफ हल्लाबोल की तैयारी
गौरतलब है कि जमीयत उलमा ए हिंद 12 मार्च को दिल्ली में बड़े स्तर पर राष्ट्रीय एकता सम्मेलन करने जा रही है. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आजोयित होने वाले इस सम्मेलन में ईसाई, दलित समुदाय के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है. मदनी ने कहा कि इस सम्मेलन में 30 से 40 हज़ार लोग जमा होंगे. जहां मुल्क के सियासी हालात पर चर्चा होगी. सभी सरकार के खिलाफ एक सुर में आवाज बुलंद करेंगे.