केंद्र सरकार ने पूर्व सैनिकों से OROP को लेकर शनिवार को जंतर-मंतर पर आयोजित होने वाली गौरव रैली को रद्द करने की अपील की है.
सरकार ने पूर्व सैनिकों से कहा है कि OROP को लेकर चल रहा आंदोलन राजनीति से प्रेरित है, सैनिकों को राजनीति नहीं करनी चाहिए. मोदी सरकार सैनिकों के कल्याण के लिए प्रयासरत है. प्रधानमंत्री ने श्वेत पत्र लाने की भी मांग की है.
बता दें कि OROP को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रुख साफ किए जाने के बाद पूर्व सैनिकों ने आमरण अनशन खत्म करके 12 सितंबर को गौरव रैली करने का ऐलान किया था. सरकार से जुड़े सूत्रों ने 'आज तक' से बातचीत में बताया कि OROP का लिखित ऑर्डर जारी करने की प्रक्रिया में यह रैली बाधा बन सकती है.
राजनीति से प्रेरित है ये रैली?
सरकार का कहना है कि सेना के जवानों के द्वारा एक राजनीतिक रैली करना अच्छा संकेत नहीं है. जो भी लोग रैली करने के लिए जोर दे रहे हैं, उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा है.
'दो गुटों में बंटे पूर्व सैनिक'
सूत्रों के मुताबिक OROP को लेकर चल रहे आंदोलन में शामिल पूर्व सैनिक अब दो धड़ों में बंट गए हैं. कुछ आंदोलन खत्म करने के पक्ष में हैं तो कुछ अभी इसे जारी रखना चाहते हैं. हालांकि सरकार ने आंदोलन खत्म कर पूर्व सैनिकों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा रखने की अपील की है.