गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपने शब्दबाण चलाए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि नरेंद्र मोदी अपनी छवि को निखारने के लिए पीआर कंपनियों की सेवाएं ले रहे हैं. साथ ही दिग्विजय सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने गुजरात में विकास के संबंध में गलत दावे किए हैं.
सिंह ने कहा कि मोदी के दावों के विपरीत गुजरात का मानव विकास सूचकांक देश में न्यूनतम है और उस पर काफी कर्ज है. मोदी का उपहास करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं उन लोगों को बधाई देता हूं जिन्होंने मोदी को 'फेकू' नाम दिया है. मैं चकित हूं कि वह अपने बारे में कितना दावा करते हैं. उनके दावे के विपरीत सर्वाधिक एफडीआई महाराष्ट्र ने आकषिर्त किया है गुजरात ने नहीं. गुजरात के लोगों की प्रति व्यक्ति आय सर्वाधिक नहीं है और वहां कृषि में कोई निवेश नहीं हुआ.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि गुजरात पर भारी कर्ज है लेकिन मोदी दावा करते हैं कि वह भारत मां का कर्ज उतारेंगे. उन्होंने बढ़ती ‘फासीवादी ताकतों’ के खिलाफ आगाह किया और कहा कि अगर ऐसी फासीवादी ताकतें सत्ता में आने में कामयाबी हो गयीं तो हम सभी नुकसान में रहेंगे. हमें एक स्वतंत्र मंच बनाना चाहिए जहां फासीवादी विरोधी सभी ताकतें एक साथ हो सकें ताकि उन्हें परास्त किया जा सके.
सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए एक तंत्र की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा विधेयक के मौजूदा प्रारूप में सिर्फ दंगों के बाद की स्थिति की चर्चा की गयी है. इसमें युवाओं पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में चर्चा नहीं की गयी है. उन्होंने बच्चों में सौहार्द्र और धर्मनिरपेक्ष विचारों को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों के पाठ्यक्रम में बदलाव किए जाने की भी मांग की.