scorecardresearch
 

हैदराबाद रैली में नरेंद्र मोदी ने किए कई शिकार, की कईयों की तारीफ

हैदराबाद के लाल बहादुर शास्त्री मैदान से नरेंद्र मोदी ने एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की. क्योंकि मोदी को मालूम है कि 2014 की जंग बीजेपी के लिए अभी नहीं तो कभी नहीं की है और अगर कमल को देश में खिलाना है तो नए सियासी गठबंधनों की जमीन तैयार करनी पड़ेगी.

Advertisement
X
नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

हैदराबाद के लाल बहादुर शास्त्री मैदान से नरेंद्र मोदी ने एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की. क्योंकि मोदी को मालूम है कि 2014 की जंग बीजेपी के लिए अभी नहीं तो कभी नहीं की है और अगर कमल को देश में खिलाना है तो नए सियासी गठबंधनों की जमीन तैयार करनी पड़ेगी. पुरानी दुश्मनियों पर मिट्टी डालनी होगी, क्योंकि सरकार बनाने की स्थिति में हर एक फ्रैंड जरूरी होता है.

Advertisement

नरेंद्र मोदी ने बीजेपी में अपने विरोधियों का खूब गुणगान किया. पहले लालकृष्ण आडवाणी, फिर रमन सिंह और फिर शिवराज सिंह की खूब महिमा बखानी. यही नहीं, चंद्रबाबू नायडू और जयललिता को भी मोदी ने यही संदेश भेजा कि हर एक फ्रेंड जरूरी होता है.

मंच सजा था, हजारों लोग सामने बैठे सुन रहे थे, मोदी जानते थे कि यहां से बात निकलेगी तो बहुत दूर तलक जाएगी. तो क्यों न बिछड़ों को मिला लें, अपनों को मिला लें. नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले से आडवाणी जी नाराज़ हो गए थे. नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में आडवाणी की शान में खूब कसीदे काढ़े. यहां तक कि आडवाणी की भ्रष्टाचार मुक्ति यात्रा को बीजेपी की तपस्या तक बता दिया.

पढ़ें: मोदी ने हैदराबाद रैली में क्या-क्या कहा

Advertisement

मोदी के बढ़ते कद से पार्टी के अंदर ही लगातार विरोध और बगावत के सुर फूटने लगे थे. मोदी ने सोचा होगा कि इससे अच्छा मौका फिर कहां मिलेगा ये जताने कि हम सब साथ साथ हैं. मोदी ने एक ही तीर से दो-दो निशाने साध लिए. उनका भाषण सुनकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मन में गुदगुदी जरूर हो गई होगी.

वीडियो: देखें नरेंद्र मोदी का पूरा भाषण

मोदी जानते हैं कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता. सरकार बनाने के लिए दूसरी पार्टियों के समर्थन की भी जरूरत होगी. लिहाजा उन्होंने अगला पासा फेंका जयललिता पर. नरेंद्र मोदी ने जयललिता की जमकर तारीफ की.

मोदी ने अगली चाल आंध्र प्रदेश का किला जीतने के लिए चली. मोदी ने दाना फेंका तेलगुदेशम पार्टी पर. आंध्र के लोगों को एन टी रामाराव की दशकों पुरानी राजनीति की याद दिलाई और एनटीआर की विरासत का झंडा थामे तेलगुदेशम को साथ आने की अपील भी इशारों-इशारों में कर दी.

मोदी ने अपने भाषण के जरिए उन सियासी दलों को खबरदार भी किया, जो मोदी के नाम पर उहापोह की स्थिति में रहते हैं.

Advertisement
Advertisement