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PM मोदी 18 सितंबर को कर सकते हैं वाराणसी का दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 सितंबर को वाराणसी का दौरा कर सकते हैं. दौरे के मद्देनजर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.

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अबकी बार खत्म होगा वाराणसी के लोगों का इंतजार?
अबकी बार खत्म होगा वाराणसी के लोगों का इंतजार?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 सितंबर को वाराणसी का दौरा कर सकते हैं. दौरे के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.

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हालांकि फिलहाल उनके कार्यक्रम को लेकर अभी तक कोई सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है. इस बारे में आईजी (कानून-व्यवस्था) ए. सतीश गणेश का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी का 18 सितंबर को वाराणसी के दौरे का कार्यक्रम प्रस्तावित है. लेकिन इसके अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय से वाराणसी में कार्यक्रम को लेकर कोई जानकारी नहीं मुहैया कराई गई है. फिलहाल प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा-व्यवस्था के मद्देनजर डीजीपी मुख्यालय में बैठक कर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. इसमें सुरक्षा, अभिसूचना और अन्य इकाइयों के वरिष्ठ अफसर शामिल किए गए हैं. सुरक्षा को लेकर आईजी जोन वाराणसी, डीआईजी रेंज, कमिश्नर, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से लगातार सम्पर्क बनाए हुए हैं.

पहले प्रस्तावित था सितंबर में दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर में बनारस आएंगे, इसके कयास 16 जुलाई का दौरा रद्द होने के बाद से ही लगाए जा रहे थे. 16 जुलाई को डीरेका में मजदूर की मौत और तेज बारिश के चलते कार्यक्रम टला था. तभी केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि बारिश का मौसम खत्म होने के बाद पीएम आएंगे. उसके बाद रवींद्रपुरी कॉलोनी स्थित पीएम के जनसंपर्क कार्यालय में जनता की समस्या सुनने आए केंद्रीय उड्डयन व पर्यटन राज्य मंत्री महेश शर्मा ने मीडिया को बताया था कि 14 सितंबर के बाद पीएम का कार्यक्रम हो सकता है.

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बारिश से 3 बार टल चुका है पीएम का दौरा
पीएम का वाराणसी दौरा तीन बार टल चुका है. पहले चक्रवाती तूफान हुदहुद के चलते दौरा टला. फिर 25 जून और 16 जुलाई को तेज बारिश के चलते वह नहीं जा सके.

अंतिम बार दिसंबर में आए थे पीएम
पीएम मोदी अंतिम बार 25 दिसंबर, 2014 को बनारस आए थे. बनारस आने से पहले महामना पंडित मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न से नवाजा था. इससे पहले जब नवंबर में आए थे, तब लालपुर में बुनकर सहायता केंद्र की आधारशिला रखी थी.

बिहार चुनाव के मद्देनजर सीमावर्ती क्षेत्र में सभा मुमकिन
बिहार चुनाव का बिगुल बज चुका है. यह भी संभव है कि यहां से सीधे बिहार के किसी इलाके में चुनावी सभा के लिए उड़ान भरें. पीएम बनारस से सटी बिहार सीमा पर चुनावी सभा को भी संबोधित कर सकते हैं.

हालांकि प्रधानमन्त्री के दौरे की अभी प्रथम सूचना ही आई है, लेकिन बीजेपी कार्यकर्ता उत्साहित हैं. इस बार आगमन पर जबरदस्त स्वागत की तैयारी में हैं. इनकी मानें तो जिस तरह भगवान श्रीराम वाराणसी आए थे, वैसे स्वागत की तैयारी की जा रही है. स्वागत के प्रथम चरण में गुरुवार से पहले प्रधानमन्त्री के संसदीय कार्यालय का ग्लोसाइन बोर्ड बदला गया. आगे के दिनों में नगर की हर गली और चौराहों को बैनर-पोस्टर से पाटने के साथ ही रंगोली बनाने की योजना है.

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गौरतलब है कि प्रधानमन्त्री के संसदीय कार्यालय के अंदर लगे पोस्टर पहले ही बदले जा चुके थे. अब जबकि प्रधानमन्त्री के आगमन की प्रथम सूचना मिली, प्रधानमन्त्री के संसदीय कार्यालय के बाहर का ग्लोसाइन बोर्ड भी बदल दिया गया. कार्यकर्ताओं ने संसदीय कार्यालय के बाहर नारे लगाकर उत्साह प्रकट किया. इस बार के नए ग्लोसाइन बोर्ड में बाकी सबकुछ पुराने जैसा है, बस पीएम की तस्वीर नई है.

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