गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पतंग उड़ाने और उन्हें 'गुड मैन' बताने के बाद से ही सलमान खान राजनीतिक गलियारों में निशाने पर हैं. ताजा मामला ऑल इंडिया मजिलिस-ए-इत्तिहादुल मुसलिमीन (एआईएमआईएम) का है, जिसने अपने समर्थकों से सलमान खान की शुक्रवार को रिलीज हो रही फिल्म 'जय हो' नहीं देखने की अपील की है.
यह पार्टी हैदराबाद के उन्हीं ओवैसी बंधुओं असदुद्दीन और अकबरुद्दीन की है, जो भड़काऊ भाषणों के लिए चर्चा में रहे हैं. हालांकि पार्टी का यह ताजा फरमान इस मामले में जोखिम भरा है कि शहर के पुराने इलाके में सलमान के प्रशंसकों की भरमार है. खासकर युवाओं में सलमान खान किसी देवता के समान लोकप्रिय हैं. बहरहाल, पार्टी ने अपने समर्थकों से कहा है कि वह सलमान के प्रति अपने रवैये को 'मैंने प्यार किया' से बदलकर 'मैंने प्यार क्यों किया' वाला बनाए.
'सलमान तो रुश्दी भी है'
जानाकरी के अनुसार हाल ही एक पार्टी मीटिंग के दौरान पार्टी के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सलमान पर जमकर जुबानी प्रहार किया. उन्होंने कहा कि सलामन महज एक 'नाचने गाने वाला एक्टर' है और दर्शकों को उसके 'बेहुदापन' को नहीं देखना चाहिए. यही नहीं, सलमान के नाम को लेकर ओवैसी ने कहा, 'नाम सलमान रख लेने से कोई सलमान नहीं बन जाता, सलमान तो रुश्दी भी है.'
ओवैसी मोदी-फोबिया के शिकार हैं: वैंकेया
उधर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता वैंकेया नायडू का कहना है कि ओवैसी की बातों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वह मोदी-फोबिया के शिकार हैं.
आगे जो भी हो, फिलहाल ओवैसी की बातों से यह सवाल जरूर खड़ा हो गया है कि क्या ओवैसी पार्टी के गढ़ माने जाने वाले हैदराबाद के पुराने शहर इलाके को लेकर असुरक्षित हैं? क्या नरेंद्र मोदी के साथ सलमान के खड़े होने मात्र से उन्हें अपना किला ढ़हता हुआ नजर आ रहा है और वह यह मान कर चल रहे हैं कि बीजेपी क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर लेगी?
गौरतलब है कि एक साल पहले ही असादुद्दीन के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी को सांप्रदायिक भड़काऊ भाषणों के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ा था.
कोई और होता तो भी ऐसा ही करते
दूसरी ओर, पार्टी इस बात को ज्यादा तूल नहीं देना चाह रही है, जिसके तहत सलमान ने आज तक को दिए इंटरव्यू में यह कहा कि जब मोदी को कोर्ट ने क्लीन चिट दे दी है तो किसी और को उन पर उंगली उठाने का कोई हक नहीं है. पार्टी का मानना है कि ऐसा करने से यह सलमान को अहमियत देने वाला होगा.
असदुद्दीन कहते हैं कि यदि सलमान की जगह किसी अन्य एक्टर ने भी ऐसा कहा और किया होता, तो भी वह यही रुख अपनाते. ओवैसी कहते हैं, 'इस बात का सलमान के मुस्लिम होने से कोई लेना देना नहीं है.'
मोदी 'कातिल' और 'जालिम'
बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के संदर्भ में ओवैसी कहते हैं कि वह 'कातिल' और 'जालिम' है. यकीनन ओवैसी का यह बयान समुदाय विशेष के वोट बैंक को हथियाने के लिए है, लेकिन इसका कितना फायदा होगा यह चुनाव नतीजों के बाद ही पता चल पाएगा.