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'स्‍लैपगेट' पर श्रीसंत के दावे को पड़ा 'तमाचा'

हरभजन सिंह द्वारा श्रीसंत को थप्‍पड़ मारे जाने का पुराना मामला (स्लैपगेट) एक बार फिर गरमाता जा रहा है. एक ओर श्रीसंत ने इस घटना को अलग तरीके से पेश किया है, वहीं दो दिग्‍गजों ने श्रीसंत की नई व्‍याख्‍या को नकार दिया है.

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हरभजन सिंह द्वारा श्रीसंत को थप्‍पड़ मारे जाने का पुराना मामला (स्लैपगेट) एक बार फिर गरमाता जा रहा है. एक ओर श्रीसंत ने इस घटना को अलग तरीके से पेश किया है, वहीं दो दिग्‍गजों ने श्रीसंत की नई व्‍याख्‍या को नकार दिया है.

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‘स्लैपगेट’ जांच के अध्यक्ष रहे न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सुधीर नानावटी ने एस श्रीसंत के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें 2008 आईपीएल में हरभजन सिंह ने कोहनी मारी थी.

साथ ही ‘स्लैपगेट’ वीडियो की एकमात्र प्रति रखने का दावा करने वाले पूर्व आईपीएल अध्यक्ष ललित मोदी ने कहा है कि बीसीसीआई ने अपने उपाध्यक्ष अरुण जेटली के सुझाव पर इस घटना की फुटेज को सार्वजनिक नहीं करने का फैसला किया था. उन्होंने कहा कि वे इसे रिलीज करने पर विचार करेंगे.

ललित मोदी ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, ‘इस वीडियो को उस समय सार्वजनिक नहीं करने का विचार अरुण जेटली का था. उन्होंने जो कहा था, हमने स्वीकार कर लिया. लेकिन मैं अब इसे रिलीज करने पर दोबारा विचार करूंगा.’

ललित मोदी ने कहा, ‘हां, मेरे पास स्लैपगेट वीडियो की एकमात्र प्रति है. अगले कुछ हफ्तों में इसे रिलीज करूंगा या नहीं, इस पर विचार करूंगा.’ मोदी ने एस श्रीसंत के दावे को खारिज किया, जिसमें उन्होंने कहा कि हरभजन सिंह ने उन्हें थप्पड़ नहीं, कोहनी मारी थी.

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ललित मोदी ने कहा, ‘मैं मोहाली में इस मैच में मौजूद था. मैंने यह घटना देखी थी. इसका फुटेज भी देखा था, इसलिए अस्पष्टता की कोई बात नहीं है कि यह थप्पड़ था या कोहनी?’ उन्होंने कहा, ‘सुधीर नानावटी ने जो कहा है, वह सही है. हां, भज्जी ने दोबारा उसे थप्पड़ मारने की कोशिश की थी, लेकिन उसे रोक दिया गया था.’

दूसरी ओर, ‘स्लैपगेट’ जांच के अध्यक्ष रहे न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सुधीर नानावटी ने भी एस श्रीसंत के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें 2008 आईपीएल में हरभजन सिंह ने कोहनी मारी थी.

नानावटी ने कहा कि श्रीसंत को निश्चित रूप से तब भारतीय टीम के साथी हरभजन ने थप्पड़ मारा था. बीसीसीआई द्वारा इस ‘स्लैपगेट’ घटना की जांच के लिये नियुक्त नानावटी ने कहा कि श्रीसंत ने किसी तरह से उकसाया नहीं था और हरभजन ने दूसरी बार भी उसे थप्पड़ मारने की कोशिश की थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक दिया था.

नानावटी ने कहा, ‘वीडियो फुटेज में मैंने हरभजन को दाएं हाथ से श्रीसंत को उसके चेहरे के दाएं हिस्से पर थप्पड़ मारते देखा था. यह बिलकुल साफ था, यह वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता था.’

नानावटी ने कहा, ‘उसने (हरभजन ने) मेरे सामने स्वीकार किया था, हां तमाचा मारा गया था. बीसीसीआई ऑफिस में वीडियो फुटेज देखकर मेरी पहली प्रतिक्रिया यही थी कि मैं हैरान हो गया था. वीडियो में मैंने देखा था कि हरभजन ने उसे एक थप्पड़ मारा और वह दोबारा उसे मारने के लिए आया, लेकिन दो सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक दिया.’

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क्‍यों फिर से गरमाया मामला?
क्रिकेटर श्रीसंत ने गंभीर-कोहली के बीच हुए तकरार की तुलना भज्जी स्लैपगेट से किए जाने की जोरदार आलोचना की.

श्रीसंत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘गुरुवार रात टी-20 मैच के दौरान गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच हुए तकरार की खबर की तुलना भज्जी स्लैपगेट के की गई. बहुत हो चुका. अब मैं चुप नहीं रहूंगा.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘भज्जी ने मुझे कभी थप्पड़ नहीं मारा.

हालांकि श्रीसंत ने यह भी लिखा, ‘मैच के बाद जब वो भज्जी से हाथ मिलाने गए तो उन्होंने (भज्जी ने) पहले से उन्हें (श्रीसंत को) कोहनी से मारने का प्लान किया हुआ था. लेकिन अब मैं यह नहीं चाहता हूं कि हरभजन उस बात को लेकर आज दुखी हों. मैं दुनिया को उस बात को बताना चाहता हूं कि उस दिन क्या हुआ था. उस प्रकरण में मेरा कोई दोष नहीं है. मैं मीडिया से आग्रह करता हूं कि वो उस प्रकरण का वीडियो देखे.’

श्रीसंत के ताजा बयान के बाद स्‍लैपगेट अचानक फिर से सुर्खियों में छा गया. बहरहाल, श्रीसंत का यह मामला फिलहाल शांत पड़ता नजर नहीं आ रहा है.

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