राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक के दौरान सोमवार को कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार और लाल कृष्ण आडवाणी के रिश्ते को लेकर सियासी सवाल खड़े हो रहे हैं.
दरअसल, जेडीयू के एनडीए से अलग होने के बाद पहली बार लाल कृष्ण आडवाणी और नीतीश कुमार की मुलाकात हुई, और चौंकाने वाली बात यह भी थी कि इस बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं आए.
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आडवाणी और नीतीश ने एक-दूसरे के साथ गर्मजोशी से मुलाकात की. यह पत्रकारों के लिए फोटो मोंमेट भी था. दोनों नेताओं के रवैये से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि दिल खोलकर मिल रहे हों. वहीं, बैठक में नरेंद्र मोदी के न आने से इस मुलाकात के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं.
आपको बता दें कि नीतीश कुमार को मोदी के प्रखर विरोधी के तौर पर देखा जाता है. जेडीयू ने मोदी की वजह से ही एनडीए से अलग होने का फैसला किया था, क्योंकि पार्टी का कहना था कि उन्हें पीएम प्रत्याशी के तौर पर मोदी स्वीकार नहीं. वहीं, मोदी से आडवाणी की नाराजगी तो जगजाहिर है.