कानपुर , बुंदेलखंड के झांसी और अवध क्षेत्र के बहराइच इलाके के बाद बीजेपी के रणनीतिकारों ने पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की यूपी में चौथी रैली आगरा में कराने की योजना तैयार की है.
मुजफ्फरनगर दंगों के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में बने माहौल को और गरमाने की चलते पार्टी थिंकटैंक ने मोदी की रैली के लिए आगरा का चुनाव किया है. इस रैली के जरिए पार्टी पश्चिमी यूपी के जाट मतदाताओं के बीजेपी से जुड़ाव का आकलन भी करेगी.
पहले यह रैली बनारस में कराए जाने की बात कही जा रही थी लेकिन पार्टी ने आगरा का चुनाव कर पश्चिमी जिलों में भी आक्रामक चुनावी अभियान का आगाज करने का निर्णय लिया.
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि 30 अक्टूबर को मथुरा के जाट बेल्ट बाजना में बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की रैली में मिले जाटों के समर्थन से उत्साहित पार्टी ने अचानक मोदी को भी इन मतदाताओं को उतारने का निर्णय लिया ताकि इस समुदाय में मुसलमानों के प्रति पनप रहे आक्रोश को 'कैश' कराया जा सके.
पश्चिमी यूपी के जाट बेल्ट में अबतक खासा प्रभाव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पुत्र और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह की मुजफ्फरनगर दंगों के वक्त बरती गई उदासीनता से भी जाट इनसे नाराज चल रहे हैं. बीजेपी इस स्थिति का फायदा उठाने के लिए इन्हें अपनी तरफ मोड़ना चाहती है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी बताते हैं कि यह रैली आगरा के कोठी मीना बाजार में होगी जिसे मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी संबोधित करेंगे.
उधर, पटना में नरेंद्र मोदी की रैली से पहले सीरियल ब्लास्ट और बहराइच में इंडियन मुजाहिदीन के गुर्गे अफजल उस्मानी की गिरफ्तारी के बार से 8 नवंबर को बहराइच में होने वाली मोदी की रैली के लिए गुजरात के पुलिस अफसरों का एक दल 4 नवंबर को शहर पहुंच गया है. इन अधिकारियों ने शहर के सुहेलदेव रैली स्थल पुहंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. रैली स्थल पर गुजरात पुलिस की ओर से भी तीन चक्रों की सुरक्षा व्यवस्था की जानी है.