बिहार में हुए विधानसभा चुनावों में हार का सामना करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब अपनी कैबिनेट में बदलाव करना चाहते हैं. मोदी छवि सुधारने और परफॉर्मेंस को बेहतर करने के लिए कैबिनेट में बदलाव चाहते हैं. लेकिन उनके सामने एक मुश्किल आ गई है और वो ये है कि मंत्रियों को बदलने के लिए उनके पास सही लोग नहीं है.
बीजेपी के एक वरिष्ठ सदस्य और मोदी के करीबी ने बताया कि अगले साल की शुरुआत में कुछ बदलाव हो सकते हैं लेकिन उनके सामने ऐसे उम्मीदवार नहीं हैं, जिनको पुराने मंत्रियों की जगह पर लाया जा सके.
मोदी पर पार्टी की छवि को फिर से सुधारने का दबाव है. करीब डेढ़ साल पहले मोदी नई नौकरियों और विकास का वादा करके सत्ता में आए थे लेकिन अब ये वादे धूमिल होते नजर आ रहे हैं. बेरोजगारों को कोई नई उम्मीद नहीं दिख रही है और अर्थव्यवस्था भी चरमराई हुई है. ग्रामीण इलाकों में भी हालात बेहतर नहीं हुए हैं और किसानों की आत्महत्या की संख्या में भी इजाफा ही हुआ है.
मोदी के करीबी सूत्र ने कहा, 'सही उम्मीदवारों को चुनना एक चुनौती है, जो तेजी से सुधार कर सकें.'
जेटली को मिल सकता है रक्षा मंत्रालय
फिलहाल वित्त मंत्रालय संभाल रहे अरुण जेटली को रक्षा मंत्रालय दिया जा सकता है. लेकिन जेटली की जगह लेने के लिए मोदी के पास कोई सही व्यक्ति नहीं है.