नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ चल रहा आंदोलन अब देशव्यापी होता जा रहा है. वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोगों को बीच जागरूकता लाने के लिए रविवार से जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की है. बीजेपी के फायरब्रिगेड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पूछा है कि पाकिस्तान में सिखों पर जो अत्याचार हो रहा है, क्या उन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिलनी चाहिए?
दरअसल पाकिस्तान स्थित सिख समुदाय के पवित्रतम स्थलों में से एक गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर आक्रोशित मुस्लिमों के एक समूह द्वारा पथराव किया गया. जिसके बाद सिख श्रद्धालु गुरुद्वारे के अंदर फंस गए. इस मामले को लेकरसोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि मोहम्मद हसन के परिवार के नेतृत्व में एक भीड़ जुटी है. हसन पर पहले एक सिख लड़की के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन व विवाह का आरोप लग चुका है.
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा, विपक्ष कहता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार नहीं होते. केजरीवाल, राहुल और सोनिया गांधी आंख खोलकर देख लें कि बीते दिनों ही ननकाना साहिब जैसे पवित्र स्थल पर पाकिस्तान ने हमला करके सिख भाइयों को आतंकित करने का काम किया है.
अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 1984 में सिखों का नरसंहार हुआ. कई सिख भाई-बहनों का कत्लेआम कर दिया. कांग्रेस की सरकारें उनके घावों पर मरहम नहीं लगाती थी. मोदी सरकार ने हर पीड़ित को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया और जो दोषी थे उन्हें जेल की सलाखों के पीछे डालने का काम किया है.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि कट्टरता खतरनाक है और प्रेम ही इसका एकमात्र प्रतिकार है. राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, "ननकाना साहिब पर हमला निंदनीय है और इसकी स्पष्ट रूप से निंदा की जानी चाहिए. कट्टरता एक खतरनाक, पुराना जहर है, जो कोई सीमा नहीं जानता है. प्यार, आपसी सम्मान, समझ इसका एकमात्र ज्ञात प्रतिकार है."
ननकाना साहिब हमले पर सोनिया गांधी की अपील, पाकिस्तान पर दबाव बनाए सरकार
बता दें, पाकिस्तान में गुरु नानक की जन्मस्थली ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले के बाद भारत में सिख समुदाय ने अपना कड़ा विरोध जताना शुरू कर दिया है. अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्लामाबाद में अपने समकक्ष इमरान खान के साथ देश में अल्पसंख्यकों के मुद्दे को उठाने के लिए कहा है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान में अल्संख्यक बेहद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.