पंजाब के मोगा में एक औरत और उसकी बच्ची से चलती बस में हैवानियत मामले में नया ट्विस्ट आ गया हैं. हादसे के वक्त आरोपी ड्राइवर का CCTV फुटेज सामने आया है. वीडियो में हादसे वाली बस की तस्वीर साफ है, वहीं पीड़ित के परिजनों का दावा है कि पुलिस ने गलत शख्स को गिरफ्तार किया है.
बताया जाता है कि पुलिस के हाथ जो सीसीटीवी तस्वीरें लगी हैं, उसमें ऑर्बिट कंपनी की वह बस साफ तौर पर देखी जा सकती है, जिसमें हादसा हुआ था. वीडियो फुटेज में हादसे से कुछ वक्त पहले आरोपी ड्राइवर को भी स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है. तस्वीरें हादसे के कुछ घंटे पहले की हैं.
परिजनों ने अंतिम संस्कार से मना किया
मोगा बस कांड की आग में पंजाब अभी भी झुलस रहा है. लोकसभा से लेकर विधानसभा तक बस कांड को लेकर विपक्ष ने तीखे तेवर अपनाए हुए हैं. लेकिन पीड़ित बेटी के शव का अंतिम संस्कार होना अभी बाकी है. पीड़ित परिवार ने तब तक बेटी का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है, जब तक कि ऑर्बिट बस के संचालकों को गिरफ्तार कर नहीं किया जाता.
लड़की के पिता अभी भी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं कि डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. परिवार की मांग ये भी है कि बेटी की याद में एक स्कूल बनाया जाए. दूसरी तरफ, चौतरफा दबाव से घिरी पंजाब सरकार में डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने ऐलान कर दिया है कि फिलहाल ऑर्बिट बसों को सड़कों पर चलने नहीं दिया जाएगा और ऑर्बिट बसों के पूरे स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाएगी.
मुआवजे का मरहम
सरकार ने पीड़ित परिवार के जख्मों पर मुआवजे का मरहम लगाने की कोशिश की है. लेकिन मृतक लड़की के पिता ने मुआवजे की बजाय इंसाफ की मांग की है. इस पूरी रस्साकशी के बीच पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने पूरे मामले का संज्ञान लिया है और सोमवार को मामले पर सुनवाई होगी.
मोगा के डीआईजी एएस चहल का कहना है कि पुलिस दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाएगी. डीआईजी ने परिवार से भी ये अपील की है कि वो बेटी के शव का अंतिम संस्कार करने में देर ना करें.