मानसून की बारिश ने पूर्वोत्तर भारत में दस्तक दे दी है. मौसम विभाग ने असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय और नागालैंड में मानसून के पहुंचने की घोषणा कर दी है. असम के आगे मानसून के बादल सिक्किम की राजधानी गंगटोक तक जा पहुंचे हैं. ऐसा अनुमान है कि अगले तीन से चार दिनों तक पूर्वोत्तर भारत के तमाम इलाकों में झमाझम बारिश होगी.
पूर्वोत्तर में कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ेगी बारिश
बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं का बहाव अगले तीन-चार दिनों तक पूर्वोत्तर भारत में अपने रंग दिखाता रहेगा. मौसम के जानकारों का कहना है कि मेघालय में चेरापूंची और मानसिनराम में इस बार जोरदार बारिश पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ सकती है.
गारो-खासी जयंतिया पहाड़ियों से टकराईं मानसूनी हवाएं
जोरदार बारिश होने की संभावना इस वजह से जताई जा रही है क्योंकि बंगाल की खाड़ी की नम हवाएं 80 से लेकर 90 डिग्री के कोण पर गारो-खासी जयंतिया पहाड़ियों से टकराकर ऊपर उठ रही हैं. ऐसी स्थिति में झमाझम बारिश होने की पूरी संभावना रहती है.
दक्षिण भारत में बढ़ेंगी मानसूनी हवाएं
मौसम विभाग, नई दिल्ली के डीडीजीएम बी पी यादव और डायरेक्टर रंजीत सिंह ने बताया कि अगले चार पांच दिनों में मानसून कई और इलाकों में दस्तक देगा. ऐसा अनुमान है कि दक्षिण भारत में मानसूनी हवाएं आगे बढ़ेंगी. गोवा के साथ-साथ दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा, रायलसीमा, तेलांगाना और आंध्र प्रदेश में अगले 4 दिनों में मानसून दस्तक दे देगा.
पूर्वी भारत में 4 दिनों में आएगा मानसून
इसी के साथ मानसून की झमाझम बारिश अगले 4-5 दिनों में ओड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार में भी देखी जाएगी. मानसून की चाल को पढ़ने के लिए मौसम विभाग सुपर कंप्यूटर परम की लगातार मदद ले रहा है.
सुपर कंप्यूटर पर की मदद से मानसून की स्टडी
सुपर कंप्यूटर परम ने मानसून के बहाव का जो मॉडल तैयार किया है उसके मुताबिक बंगाल की खाड़ी में 18 तारीख के आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इस वेदर सिस्टम के बनते ही मानसून की हवाओं में और ज्यादा तेजी आएगी. इसी के बलबूते पर बरखा बहार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपनी मौजूदगी 20 जून के आसपास दर्ज कराएगी.
जून में सामान्य से 21 फीसदी कम हुई बारिश
अभी तक जून के महीने में हुई मानसून की कुल बारिश की बात करें तो अभी बारिश सामान्य के मुकाबले 21 फीसदी कम रिकॉर्ड की गई है. लेकिन जून खत्म होते-होते मानसून की ये कमी पूरी होने की पूरी संभावना है. राजधानी दिल्ली में मानसून के पहुंचने की सामान्य तारीख 29 जून है.
29 जून से पहले दिल्ली में दस्तक देगा मानसून
मौसम विभाग का कहना है कि अभी इस बारे में अनुमान लगाना जल्दबाजी होगा कि राजधानी में मानसून की बारिश कब पहुंचेगी. लेकिन बातों-बातों में मौसम वैज्ञानिक इस बात से इनकार नहीं कर पा रहे हैं कि मानसून दिल्ली में दस्तक 29 जून से पहले ही दे देगा.