मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि केरल में पांच जून तक मानसून के दस्तक देने की संभावना है. हालांकि यह निर्धारित तारीख से चार दिन पहले या बाद में भी आ सकता है.
केरल में दक्षिणी पश्चिमी मानसून का पहुंचना देश में मानसून के आगमन का संकेत है. यह भारतीय उपमहाद्वीप में बरसात के मौसम की शुरुआत का प्रतिनिधित्व करता है;
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पिछले नौ वर्षों से मानसून संबंधी अनुमान एकदम सटीक रहे हैं.
आईएमडी ने कहा कि केरल में मानसून आगमन का अनुमान लक्षद्वीप, केरल और मैंगलोर में 14 मौसम केंद्रों पर दर्ज किए गए डेटा पर आधारित है.
केरल में आमतौर पर मानसून एक जून तक पहुंचता है. राज्य में मानूसन आने के बाद यह उत्तर दिशा की ओर बढ़ता है और 15 जुलाई तक पूरे देश को भिगो देता है.