उत्तर पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में अगले 48 घंटों में मानसून की बारिश में एक बार फिर तेजी आ जाएगी. ऐसा इसलिए होगा क्योंकि मानसून हिमालय की तलहटी से खिसक दक्षिण दिशा की तरफ चलना शुरू कर देगा.
इस वजह से जहां एक तरफ गंगा-यमुना के मैदानी इलाकों में 22 तारीख की रात से मौसम बदलना शुरू हो जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ हिमालय के तमाम इलाकों में मानसूनी बारिश का एक नया दौर शुरू हो जाएगा. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत के साथ साथ मध्य भारत के तमाम इलाकों में भी 23 जुलाई से अच्छी बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा और मानसूनी बारिश का ये दौर जुलाई के अंत तक चलेगा.
दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश की संभावना
मौसम विभाग के रीजनल सेंटर के डायरेक्टर कुलश्रेष्ठ श्रीवास्तव का कहना है कि राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में मौसम में बदलाव
22 तारीख से ही दिखना शुरू हो जाएगा लेकिन इस दिन हल्की-फुल्की बारिश की ही संभावना है. राजधानी में बारिश का सिलसिला 23 जुलाई से
देखने को मिलेगा. एक अनुमान के मुताबिक दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. इससे जहां एक तरफ लोगों
को सावनी फुहारों का आनंद मिल पाएगा तो वहीं दूसरी तरफ बढ़ी हुई चिपचिपी गर्मी से लोगों को निजात मिल पाएगी.
23 से मध्य महाराष्ट्र, गोवा में भारी बारिश की भविष्यवाणी
मौसम विभाग में सीनियर साइंटिस्ट चरण सिंह का कहना है कि इस समय एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में मौजूद
है अगले 48 घंटों में ये वेदर सिस्टम उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा को प्रभावित करता हुआ मध्य भारत में दाखिल हो जाएगा. इस वेदर
सिस्टम के चलते मानसून की बारि मध्य भारत में एक बार फिर से तेजी पकड़ेगी. मौसम विभाग का कहना है कि इस स्थिति में 23 जुलाई को
मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में भारी से बहुत भारी बारिश होने की खासी संभावना है.
इसी के साथ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, विदर्भ, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मराठवाड़ा और तेलंगाना में कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है. 24 जुलाई को कोंकण-गोवा, तटीय कर्नाटक, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वोत्तर राज्यों, गुजरात और केरल में भारी बारिश की आशंका है. 25 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम, मेघालय, कोंकण, गोवा और केरल में कई जगह पर भारी बारिश की खासी संभावना है.
जुलाई में सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि 23 जुलाई से शुरू होकर 30 जुलाई तक उत्तर भारत, मध्य भारत और दक्षिण भारत में कई जगहों
पर झमाझम बारिश की संभावना है. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि जुलाई महीने में मानसून की बारिश सामान्य से ऊपर रहने की पूरी
संभावना है.