मौसम विभाग ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के तमाम इलाकों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. इन दोनों राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. ऑरेंज अलर्ट मतलब ज्यादा बारिश की संभावना होना होता है.
स्थानीय प्रशासन को अलर्ट जारी
मौसम विभाग के डीडीजीएम बीपी यादव ने कहा कि उत्तराखंड में अगले तीन दिनों तक कुंमायूं और गढ़वाल दोनों ही इलाकों में झमाझम बारिश होने की पूरी संभावना है. इसके मद्देनजर चारधाम यात्रियों को आगाह किया गया है. स्थानीय प्रशासन को मौसम विभाग ने अलर्ट कर दिया है.
हिमाचल में भी भारी बारिश
दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश के शिमला और किन्नौर में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है. ऐसा अनुमान है कि हिमाचल के तमाम इलाकों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश होगी.
सिक्किम और पश्चिम बंगाल में रेड अलर्ट
एक तरफ पश्चिमी हिमालय में उत्तराखंड और हिमाचल में मौसमी गतिविधियां तेज हो रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने सिक्किम और पश्चिम बंगाल के हिमालयी क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी कर दिया है.
12 सेमी से ज्यादा की बारिश
सिक्किम और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में हर रोज 12 सेमी से ज्यादा की बारिश होने की संभावना है. इसी के साथ हिमालय की तलहटी में बसे तराई क्षेत्र में घने बादलों का जमावड़ा बन रहा है और इस बात की पूरी संभावना है कि अगले चार-पांच दिनों तक यहां पर झमाझम बारिश हो.
दिल्ली और हरियाणा में झमाझम बारिश
इन सबके बीच दिल्ली और हरियाणा के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश रिकॉर्ड की गई. राजधानी दिल्ली के आयानगर में 31 मिलीमीटर, तो वहीं सफदरजंग में 10 मिलीमीटर की बारिश रिकॉर्ड की गई.
दिल्ली में हो रही प्री मानसून बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हुई बारिश प्री मानसून की बारिश है. इन इलाकों में अभी मानसून आने में वक्त लगेगा. मानसून के आगे बढ़ने पर नजर डालें, तो सोमवार को मानसूनी हवाओं ने मुंबई समेत मराठवाड़ा और विदर्भ के सभी इलाकों को अपने आगोश में ले लिया है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में होगी मानसून की बारिश
मध्य प्रदेश में मानसून की बारिश जबलपुर तक पहुंच चुकी है, तो वहीं बिहार में रक्सौल, पटना होते हुए मानसून की रेखा उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर के पास से होकर जबलपुर जा रही है. जानकारों के मुताबिक अगले दो दिनों में मानसून की हवाएं मध्य प्रदेश के अन्य इलाकों में भी दाखिल होंगी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी.
22 जून के बाद रफ्तार पकड़ेगा मानसून
मानसून को सबसे ज्यादा ताकत 22 जून के बाद मिलेगी, जब बंगाल की खाड़ी में बना हुआ एक कम दबाव का क्षेत्र मानसून की बारिश और ज्यादा नम हवाएं देगा. यानी 22 जून के बाद मानसून की बारिश और ज्यादा रफ्तार पकड़ेगी.