सरकार फिर से महंगाई का नया झटका देने की फिराक में है. खुद पीएम के बयान से संकेत मिले हैं कि जल्द तेल और गैस के दाम फिर बढ़ सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक अगले 10 महीनों तक डीज़ल का दाम हर महीने एक रुपया बढ़ेगा. वहीं अगले दो सालों में केरोसिन की दाम 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ेगा.
पेट्रोलियम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर एलपीजी की क़ीमत का मौजूदा सिस्टम बदलने की मांग भी की है. इसके मुताबिक सिलेंडर की मौजूदा 4 अलग-अलग क़ीमतों की जगह सिर्फ़ 2 क़ीमत रखी जाए.
फिर से महंगाई की किस्त के लिए कमर कस लीजीए. सरकार ने फिर से आपकी नींद उड़ाने की सुगबुगाहट शुरू कर दी है. आज नहीं तो कल बढ़ सकते हैं पेट्रोल, डीजल और गैस के दाम.
राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में पीएम ने जो बयान दिया है उससे तो यही संकेत मिलते हैं कि सरकार तेल और गैस के दाम बढ़ाने के बारे में कभी सोच सकती है. पीएम ने बयान दिया है कि कोयला, पेट्रोलियम पदार्थ और बिजली देश में काफी सस्ती है और सरकार ने सब्सिडी कम नहीं की और चरणबद्ध तरीके से इनकी कीमत में सुधार नहीं हुआ यानी इनकी कीमत नहीं बढ़ी तो विकास योजनाओं के लिए फंड निकालना मुश्किल होगा.
महंगाई के झटके के लिए तैय़ार रहने की एक बुरी खबर पेट्रोलियम मंत्रालय के हवाले से भी आई है. खबर है कि पेट्रोलियम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को सुझाव भेजे हैं कि डीजल की कीमत में हर महीने 1 रुपए की बढ़ोतरी हो और ये बढ़ोतरी लगातार 10 महीने तक हो यानी 10 महीने में 10 रुपए बढ़ा दिए जाएं डीजल के दाम. सुझाव है कि 10 महीने में किरोसिन तेल की कीमत में भी 10 रुपए का इजाफा किया जाए.
हलांकि खबरों के बाद पेट्रोलियम मंत्रालय ने सफाई दी है कि चरणबद्ध तरीके से दाम बढ़ाने की सिफारिशें केलकर कमिटी की है, सरकार ने अभी इस पर कुछ किया नहीं है.