असम के आठ जिलों के एक लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. जहां 13 अंचलों के 188 गांव इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं. बता दें कि राज्य की चार बड़ी नदियां खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, लखीमपुर, जोरहाट, करीमगंज, कार्बी आंगलोंग, काछार, गोलाघाट, शिवसागर और सोनितपुर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ की वजह से वहां के लोग प्रभावित हो रहै है. करीब 1126 हेक्टेयर कृषि भूमि पूरी तरह से जलमग्न है. इस कारण से फसल भी बर्बाद हो रही है. सोनितपुर व जोरहाट जिला इसमें बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. बताया गया कि गोलाघाट जिले में धनसिरी नदी, सोनितपुर में जिया भरली, काछार और करीमगंज में बराक नदी और करीमगंज जिले में कुशियारा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस कारण से इन जिलों में तकरीबन 4400 लोग विस्थापित हुए हैं. प्राधिकरण ने छह राहत कैंप की व्यवस्था की है, जिसमें लोगों ने शरण ली हुई है.
पहले भी बाढ़ से लोग हुए परेशान
पिछले साल असम के छह जिलों में आई बाढ़ से करीब एक लाख लोग प्रभावित हुए थे. प्राधिकार ने बताया था कि अभी तक बाढ़ से 1,018 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा. बुर्हिदीहिंग और देसांग नागलामुरगा नदियां शिवसागर में खतरे के निशान से ऊपर थी.
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ सेना ने संभाली थी कमान
जानकारी के मुताबिक असम के लखीमपुर, जोरहट, शिवसागर और चराईदेव जिलों में बाढ़ से करीब एक लाख लोग प्रभावित हुए थे. सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को खोज और बचाव अभियान के लिए चराईदेव जिले में तैनात किया गया था.