वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया. इस बजट में किसानों की आय दोगुनी करने की बात की गई है. इस दावे को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने खारिज कर दिया है. वहीं, अफगानिस्तान ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को इस बात के सबूत दिए हैं कि हाल में कई हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिया गया था. पढ़ें, ऐसी ही पांच बड़ी खबरें...
1. जेटली के दावों को मनमोहन ने किया खारिज
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को पेश किए गए बजट में किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर किए गए दावों को खारिज कर दिया. विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ने कहा कि ये संभव ही नहीं कि 2022 तक किसानों की आय दो गुनी कर दी जाए. वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा कि साल 2022 तक किसानों की आय दो गुनी करने को लेकर केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है. लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री और ख्यात अर्थशास्त्री मनमोहन जेटली के दावों से असहमति जताई.
2. अफगानिस्तान ने सौंपे सबूत, कहा- काबुल के हमलावरों को PAK में मिली ट्रेनिंग
अफगानिस्तान ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को इस बात के सबूत दिए हैं कि हाल में कई हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिया गया था. अफगानिस्तान ने इस बात के भी सबूत दिए कि तालिबानी नेताओं को वहां खुलेआम घूमने दिया जाता है. अफगानिस्तान के गृह मंत्री ने इस बात की जानकारी दी.
3. वनडे में टीम इंडिया की जीत से शुरुआत, ये हुई ना चैंपियनों वाली बात
जिस डरबन में रिकॉर्ड हारते रहने का था, उसी डरबन में विराट कोहली और उनकी टीम ऐसे खेली जैसे होम टीम दक्षिण अफ्रीका नहीं, बल्कि इंडिया ही हो. झूमके बरसे विराट और शतक जमाकर रच डाला एक नया इतिहास. इतना ही नहीं, इतिहास एक और तरीके से रचा गया. डरबन में टीम इंडिया ने कभी ढाई सौ रन नहीं बनाए थे, इस बार वो भी हो गया.
4. वो 7 बातें जो छिपी रह गईं मोदी सरकार के बजट में, लाएगी बड़ा बदलाव
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया. इस बजट से किसानों और ग्रामीणों को जरूर राहत मिली है. वहीं, मिडिल क्लास और कॉर्पोरेट को निराशा हाथ लगी है. सरकार की बड़ी घोषणाओं के बीच बजट की कुछ बातें छिपी रह गई, जो बड़ा बदलाव ला सकती है.
5. मोदी सरकार के 5 बजट का निचोड़, कैसे 2014 से 2018 तक बदली सरकार की नीति
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मौजूदा केंद्र सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश कर दिया है. अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं और 2019 में अंतरिम बजट ही पेश किया जाएगा. इसलिए इस बजट पर आम लोगों से लेकर अर्थशास्त्रियों की निगाहें लगी हुई थीं. बजट 2018 से कई क्षेत्रों को निराशा हाथ लगी है तो कई नई घोषणाएं भी की गई हैं.