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मास्‍को: बर्फबारी के बावजूद लोगों के माथे पर पसीना!

 रूस में इस साल तापमान ज़ीरो डिग्री के आस-पास है तो राजधानी मास्को के लोग चिंता में पड़ गए हैं कि इस साल पहले जैसी ठंड क्यों नहीं पड़ीं.

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 रूस में इस साल तापमान ज़ीरो डिग्री के आस-पास है तो राजधानी मास्को के लोग चिंता में पड़ गए हैं कि इस साल पहले जैसी ठंड क्यों नहीं पड़ीं.

मास्‍को में रहने वाली नीना ने कहा कि सर्दियों में यहां तापमान शून्य से 25-30 डिग्री नीचे चला जाता है. यहां तक कि हम स्कूल नहीं जा पाते थे लेकिन इस बार तो ये शून्य या शून्य से ऊपर है. यक़ीनन मौसम का मिज़ाज बदल रहा है.

बुधवार को मास्को में इतनी बर्फ पड़ी कि ट्रैफ़िक जाम हो गया. कार दुर्घटनाएं हुईं लेकिन भारी बर्फबारी के बावजूद लोगों को इस मौसम में गुनगुनी गर्मी महसूस हो रही है. क्या ये ग्लोबल वार्मिंग का नतीजा है. रूस के मौसम विज्ञानी भी इस पर माथापच्ची कर रहे हैं.

मास्‍को के स्‍थानीय निवासी डेनिस ने कहा कि पिछले साल के मुक़ाबले इस बार गर्मी है. रूसी लोगों के लिए ये शानदार मौसम है. आज तापमान शून्य पर है तो कल 10 डिग्री नीचे भी जा सकता है, बर्फ़ पड़नी चाहिए.

मास्‍को प्रमुख, मौसम विभाग के रोमन विलफैंड ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि इस बार सर्दियां पहले से अलग हैं. तापमान बदला हुआ है. वैसे पहले भी ऐसा हो चुका है. क़रीब 30 साल में एक बार ऐसा  बदलाव देखने को मिलता है.

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग ने यू हीं असर दिखाया तो आने वाले सालों में सूखा, बाढ़ और जंगलों में आग का कहर झेलना पड़ सकता है.

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