scorecardresearch
 

मदर टेरेसा पवित्र आत्मा थीं, कृपया उन्हें बख्श दीजिएः केजरीवाल

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के मदर टेरेसा पर दिए गए बयान पर विवाद शुरू हो गया है. मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विटर के जरिए मोहन भागवत के बयान की निंदा की है.

Advertisement
X
अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के मदर टेरेसा पर दिए गए बयान पर विवाद शुरू हो गया है. मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विटर के जरिए मोहन भागवत के बयान की निंदा की है.

Advertisement

मोहन भागवत ने सोमवार को कहा था कि मदर टेरेसा की गरीबों की सेवा के पीछे का मुख्य उद्देश्य लोगों का ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराना था. केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा कि मदर टेरेसा पवित्र आत्मा थीं उन्हें बख्श दिया जाए. केजरीवाल ने ट्वीट कियाः

वहीं कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा है कि मदर टेरेसा का अपमान नहीं किया जाना चाहिए, कांग्रेस संसद में यह मुद्दा उठाएगी. इस विवादित बयान पर बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी मोहन भागवत के बयान की निंदा करते हुए ट्वीट में लिखाः

वहीं आरएसएस विचारक मोहन भागवत के इस बयान के समर्थन में उतर आए हैं. आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने अपनी ट्वीट में लिखाः

गौरतलब है गैर सरकारी संगठन ‘अपना घर’ की ओर से आयोजित समारोह में भागवत ने कहा था, 'मदर टेरेसा की सेवा अच्छी रही होगी. लेकिन इसमें एक उद्देश्य हुआ करता था कि जिसकी सेवा की जा रही है उसका ईसाई धर्म में धर्मांतरण किया जाए.'

उन्होंने कहा था, 'सवाल सिर्फ धर्मांतरण का नहीं है, लेकिन अगर यह (धर्मांतरण) सेवा के नाम पर किया जाता है, तो सेवा का मूल्य खत्म हो जाता है.' भागवत ने कहा, 'परंतु यहां (एनजीओ) उद्देश्य विशुद्ध रूप से गरीबों और असहाय लोगों की सेवा करना है.'

Advertisement

सरसंघचालक भरतपुर से करीब आठ किलोमीटर दूर बजहेरा गांव में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. गांव में उन्होंने 'महिला सदन' और 'शिशु बाल गृह' का उद्घाटन किया.

Advertisement
Advertisement