पत्नी की मौत का सदमा और एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का विवाद, केंद्र के 'ट्विटर' मंत्री शशि थरूर पिछले तीन दिनों से मुसीबतों के पहाड़ तले दबे हुए थे लेकिन, बेटे ने बोझ हलका कर दिया है. बोझ कम करने वाला बेटा थरूर का सौतेला और पत्नी सुनंदा का अपना लाल शिव मेनन है.
सुनंदा की मौत की अटकलों के बीच शिव मेनन का बयान आया है, जिसमें उसने कहा है कि मां की मौत के लिए मीडिया से मिला तनाव और दवाओं की गलत डोज जिम्मेदार है. एक बयान में शिव ने कहा है उनकी मां मजबूत इरादों वाली थीं और उनकी मौत को सुसाइड बताना सरासर गैर जिम्मेदाराना है. शिव के बयान से मीडिया की अटकलें तो शायद न थमें, लेकिन थरूर को जरूर राहत मिल गई होगी.
इस बीच एसडीएम आलोक शर्मा ने दिल्ली पुलिस से जहर का कारण पता करने और जांच में यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि यह हत्या का मामला है या आत्महत्या का. वहीं मेडिसिन के जानकार कह रहे हैं कि सुनंदा की मौत की ड्रग ओवरडोज की थ्योरी में दम नहीं है क्योंकि ड्रग ओवरडोज से मौत तभी होती जब सुनंदा ने 225 टैबलेट लिए हों, जोकि संभव नहीं. फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. केएल शर्मा कहते हैं, 'सुनंदा के वजन के बराबर इंसान की मौत तभी हो सकती है जब वह कम से कम 225 टैबलेट का एकसाथ सेवन कर ले.' वहीं, डॉ. एनपी सिंह (प्रोफेसर मेडिसिन) कहते हैं कि दवा के ओवरडोज से किसी की मौत होना अविश्वनीय है, क्योंकि अगर व्यक्ति दवा के सामान्य डोज से 100 गुणा अधिक डोज भी ले, तब भी समय से अस्पताल पहुंचाने पर उसकी जान बच जाती है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार सुनंदा की मौत की वजह जानने के लिए विसरा रिपार्ट काफी नहीं है. हिस्टोपैथोलॉजी करने पर ही यह निश्चित हो पाएगा कि सुनंदा की मौत किस जहर से हुई.