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'न महिला तिरछी नजर से देखेगी, न होगी छेड़छाड़'

एक ओर देशभर में महिलाओं पर होने वाले अत्‍याचारों के खिलाफ जनता की आवाज बुलंद हो रही है, दूसरी ओर ऊंचे ओहदे पर बैठे नेताओं-मंत्रियों द्वारा महिलाओं को लेकर अजब-गजब विवादास्‍पद बयानों का सिलसिला थम नहीं रहा है.

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एक ओर देशभर में महिलाओं पर होने वाले अत्‍याचारों के खिलाफ जनता की आवाज बुलंद हो रही है, दूसरी ओर ऊंचे ओहदे पर बैठे नेताओं-मंत्रियों द्वारा महिलाओं को लेकर अजब-गजब विवादास्‍पद बयानों का सिलसिला थम नहीं रहा है.

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ताजा मामला मध्‍य प्रदेश का है, जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सत्यदेव कटारे महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी पर विवादों में घिर गए हैं. सत्यदेव कटारे ने हाल ही में भिंड में कांग्रेस द्वारा प्रदेश में कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों को लेकर आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'जब तक महिला तिरछी नजर से नहीं देखेगी, तब तक पुरुष उसे नहीं छेड़ेगा'.

इस संबंध में सत्यदेव कटारे से संपर्क नहीं हो पाया, लेकिन कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि भिंड में आयोजित रैली में कटारे ने बीजेपी विधायक अरविंद सिंह भदौरिया के विधान सभा में दिए गए इस बयान कि भिंड में सड़क निर्माण में लगे एक ठेकेदार ने उन्हें घटिया सड़क का मामला विधानसभा में नहीं उठाने के एवज में चुनाव के दौरान 50 वाहन देने का लालच दिया है, का हवाला देते हुए उदाहरण के तौर पर वह टिप्पणी की थी.

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इस बीच बीजेपी प्रवक्ता व विधायक विश्वास सारंग ने कटारे के महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि उन्हें (कटारे) यह नहीं भूलना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष भी एक महिला हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की टिप्पणी कांग्रेस नेताओं की महिलाओं को लेकर उनकी मानसिकता को दिखाती है.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह द्वारा महिलाओं को लेकर की गई अशोभनीय टिप्पणी पर उनका मंत्री पद पहले ही जा चुका है.

विजय शाह ने झाबुआ के कार्यक्रम में सैकड़ों छात्राओं और टीचरों के सामने 'डबल मीनिंग' भाषण दिया था. विजय शाह ने 13 अप्रैल को झाबुआ में एक ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान कहा था, ‘पहला-पहला जो मामला होता है, वह आदमी भूलता नहीं. भूलता है क्या? बच्चे समझ गए होंगे.’ बाद में हंगामा मचने के बाद उन्‍हें अपने पद से इस्‍तीफा देना पड़ा था.

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