मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित भोजशाला में वसंत पंचमी पर शुक्रवार को पूजा व नमाज अदा कराने के प्रशासन ने पूरे इंतजाम कर लिए हैं, हालात तनावपूर्ण है, यही कारण है कि चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल की तैनाती की गई है. राज्यपाल रामनरेश यादव ने सभी से शांति व सद्भाव बनाए रखने की अपील की है. भोजशाला को हिंदू सरस्वती का मंदिर व मुस्लिम मस्जिद मानते हैं. इसको लेकर बीते डेढ़ दशक से विवाद चला आ रहा है.
वर्तमान में भोजशाला भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीन है. शुक्रवार 15 फरवरी को वंसत पंचमी के चलते एक बार फिर विवाद के हालात बन गए हैं, क्योंकि भोजशाला आयोजन समिति पहले ही वसंत पचमी के पूरे दिन पूजा करने का ऐलान कर चुका है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने पूर्व में ही पूजा व नमाज की व्यवस्था कर रखी है. इसके मुताबिक हर मंगलवार व वसंत पंचमी को पूजा और शुक्रवार को नमाज होती है. इस बार पंचमी शुक्रवार को है लिहाजा एएसआई ने गुरुवार 14 फरवरी और शुक्रवार 15 फरवरी को दोपहर साढ़े 12 बजे तक पूजा व एक से तीन बजे तक नमाज करने के निर्देश जारी किए हैं.
एएसआई द्वारा जारी निर्देश के बाद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इंदौर के आयुक्त प्रभात पाराशर व पुलिस महानिरीक्षक अनुराधा शंकर खुद सुरक्षा इंतजाम पर नजर रखे हुए हैं. एएसआई द्वारा की गई व्यवस्था के बाद गुरुवार को गिनती के लोग ही पूजा करने भोजशाला पहुंचे. पुलिस महानिरीक्षक अनुराधा शंकर का कहना है कि सुरक्षा के पर्याप्त इंजताम है और एएसआई द्वारा दिए गए निर्देशों के मुताबिक पूजा व नमाज होगी. इसके लिए प्रशासन ने पूरे इंतजाम किए हैं. राज्य के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने माना कि धार में तनाव है, मगर स्थिति नियंत्रण में है, एएसआई के दिशा निर्देशों का पूरा पालन किया जाएगा.
राज्यपाल राम नरेश यादव ने भोजशाला के मुद्दे पर समाज के सभी वर्गो से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की है. उन्होंने लोगों से पूर्व परम्पराओं का पालन सुनिश्चित करने का आग्रह भी किया है. राज्यपाल यादव ने अपनी अपील में कहा है कि प्रदेश गंगा-जमुनी तहजीब का एक नायाब उदाहरण है. उन्होंने जन सामान्य से कहा है कि ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे किसी की भावनाओं और विचार-धाराओं को ठेस पहुंचे. यादव ने कहा है कि शासन-प्रशासन द्वारा वसंत पंचमी के पर्व और शुक्रवार की नमाज के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं.
इसके अलावा शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने शुक्रवार को पूरे दिन पूजा का ऐलान कर हालात को और तनावूपर्ण बना दिया है. वे स्वयं इस मौके पर मौजूद रहेंगे. इंदौर में शंकराचार्य ने एएसआई के निर्देशों को मानने से साफ इंकार कर दिया. वे कहते हैं कि पंचमी शुक्रवार को है तो फिर गुरुवार को पूजा क्यों की जाए.
सुरक्षा इंतजामों के चले भोजशाला तक जाने के लिए विशेष बेरिकेट्स लगाए गए हैं और पूरे इलाके में सुरक्षा बल की तैनाती है, जो आने जाने वालों पर नजर रख रही है. पुलिस बल के साथ केद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) और रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ियां भी तैनात की गई हैं.
पिछले दिनों भोजशाला आयोजन समिति के संयोजक नवल किशोर शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें उपचार के लिए इंदौर में भर्ती कराया गया था। शर्मा को गुरुवार को इंदौर के अस्पताल से धार ले जाकर न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.