यूपी में मिली प्रचंड बहुमत के बाद बीजेपी ने गोरखपुर से पार्टी के सांसद योगी आदित्यनाथ को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया. योगी आदित्यनाथ ने शपथ ली और फिलहाल वो यूपी के मुख्यमंत्री है लेकिन पार्टी के इस फैसले की चौतरफा आलोचना हुई. खासकर कुछ राजनीतिक पार्टियों ने फैसले के लिए बीजेपी को जमकर कोसा.
अलोचकों का तर्क है कि योगी उग्र हिंदूत्व की राजनीति करने, मुस्लिम समुदाय के बारे में आग उगलने वाले नेता हैं और ऐसे व्यक्ति को यूपी का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए था.
लेकिन इन आलोचनाओं के बीच एक ऐसे सांसद सामने आए हैं जिन्होंने योगी के सीएम बनाए जाने का बचाव किया है.
तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद ने योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर हो रही आलोचनाओं की निंदा की है. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सांसद सुल्तान अहमद ने समाचार एजेंसी भाषा से बात करते हुए कहा है कि लोकतंत्र में अगर योगी और मौलवी लोकतांत्रिक तरीके से चुने जाते हैं तो उन्हें राजनीतिक एवं संवैधानिक पद पर रहने का अधिकार है.
सांसद सुल्तान अहमद ने इस मामले पर आगे बोलते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ को यूपी के मुख्यमंत्री बनाने जाने की आलोचना करना सरासर गलत है. जब योगी बीजेपी के निर्वाचित विधायकों द्वारा चुने गए हैं तो किसी भी राजनीतिक पार्टी को इसका विरोध या आलोचना नहीं करनी चहिए. योगी संवैधानिक प्रक्रिया के तहत यूपी के मुख्यमंत्री बने हैं.
तृणमूल कांग्रेस सांसद इतना कहकर ही नहीं रुके . उन्होंने आगे कहा कि यूपी में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है और यह पार्टी का विशेषाधिकार है कि उनका कौन सा नेता मुख्यमंत्री होगा.
जब सुल्तान अहमद से पुछा गया कि योगी आदित्यनाथ को धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण करने वाला नेता माना जाता है और क्या ऐसे व्यक्ति को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाना चहिए तो उन्होंने कहा कि योगी पांच बार से सांसद हैं. जनता उन्हें निर्वाचित करती है और मुख्यमंत्री के लिए भी निर्वाचित विधायकों ने उन्हें अपना नेता चुना है. यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है और योगी इसी के तहत यूपी के मुख्यमंत्री बने हैं.