देश के पांच राज्यों में चुनावी कुश्ती और सियासी दंगल के बाद संसद में माननीयों को स्क्रीन पर फिल्म 'दंगल' दिखाई गई. सांसदों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में फिल्म 'दंगल' की विशेष स्क्रीनिंग की गई जिसे देखने ज्यादातर सांसद अपने परिवार के साथ पहुंचे.
लोकसभा सचिवालय सूत्रों के मुताबिक संसद के बालयोगी ऑडिटोरियम में फिल्म दंगल का खास शो रखा गया. इसमें सभी सांसदों के अलावा संसदीय सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया.
इससे पहले भी सांसदों के लिए फिल्म और नाटकों का मंचन होता रहा है. गत वर्ष मराठी फिल्म 'परतू' की विशेष स्क्रीनिंग सांसदों के लिए की गई थी. वहीं मनोज जोशी अभिनीत 'चाणक्य', भाजपा सांसद और अभिनेता परेश रावल के नाटक 'कृष्णा वर्सेज कन्हैया' का भी मंचन इस कड़ी किया जा चुका है. बीते साल महिला जन प्रतिनिधियों के लिए आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में सांसद और सिने स्टार हेमा मालिनी ने नृत्य नाटिका का मंचन किया था.
सांसदों को क्यों दिखाई गई 'दंगल'?
इसका मकसद महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है. बता दें कि फिल्म दंगल में महिला शक्ति को दिखाया गया है . फिल्म हरियाणा के रेसलर महावीर फोगाट की लाइफ पर बनी है, जो अपनी बेटियों को रेसलिंग सिखाते हैं. गीता-बबीता बाद में देश के लिए मेडल लाती हैं. सांसदों को फिल्म की स्क्रीनिंग के वक्त अपने जीवन साथी को भी लाने के लिए कहा गया है.