जब से बीएसपी सांसद धनंजय सिंह और उनकी पत्नी जागृति सिंह को नौकरानी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है तब से कुछ ना कुछ खुलासे हो रहे हैं. दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भर्ती उनकी 37 वर्षीय नौकरानी ने अपने बयान में दावा किया है कि अगर जागृति अपने तीन साल के बच्चे को रोते हुए देख लेती थी तो उसे बच्चे की पेशाब पीने पर मजबूर किया जाता था.
पुलिस की मानें तो यूपी के बाहुबली सांसद धनंजय सिंह भी नाबालिग नौकर की पिटाई किया करते थे. ये बात खुद नाबालिग ने पुलिस को बताई है. जांच में पता चला है कि धनंजय की पत्नी जागृति सिंह को ये कतई पसंद नहीं था कि घर में हर वक्त ज्यादा तादाद में लोग हों. साथ ही वह यह भी चाहती थी कि घर में किसी भी तरह के एंटी सोशल एलीमेंट की एंट्री ना हो क्योंकि अब उनका बेटा बड़ा हो रहा था.
मृतक नौकरानी राखी के अलावा मीना और नाबालिग नौकर को एक कमरे में बंद करके रखा जाता था और उन्हें किसी से भी संपर्क रखने की इजाजत नहीं थी. उन्हें उनके घर पर फोन तक नहीं करने दिया जाता था.
पुलिस अब इस बेहद हाईप्रोफाइल और सनसनीखेज मामले में कुछ और धाराएं जोड़ने पर विचार कर रही है. पुलिस का मानना है कि जिस तरह से धनंजय सिंह ने सबूतों से छेड़छाड़ की और नौकरानी मीना ने जो बयान दिया है उसके आधार पर यह मामला पोस्को कानून और आपराधिक साजिश के तहत आता है. पुलिस ने उस एजेंसी से भी संपर्क किया है, जिसके जरिए से ये नौकर सांसद के घर पर काम करने आए थे.
जांच में सामने आया है कि जागृति नौकरों को गर्म प्रेस से जलाती थी, चम्मच से दांत तोड़ देती थी, नकली बारासिंघे के सिर से बुरी तरह पीटती थी और डंडों से बेइंतहा पिटाई करती थी.