सार्वजनिक कंपनी एमटीएनएल को 12.4 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम आवंटित किया गया है जो दिल्ली व मुंबई में किसी मोबाइल कंपनी को दिया गया सर्वाधिक जीएसएम रेडियो फ्रीक्वेंसी है.
एमटीएनएल मुंबई व दिल्ली में सेवाएं उपलब्ध कराती है. जबकि शेष भारत में सार्वजनिक क्षेत्र में यह काम बीएसएनएल करती है. दूरसंचार विभाग की जीएसएम कंपनियों को अक्टूबर 2009 तक आवंटित स्पेक्ट्रम की सूची के अनुसार एमटीएनएल को 900 तथा 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड पर 12.4 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम आवंटित किया गया है. वहीं भारती, वोडाफोन, बीपीएल व बीएसएनएल को अधिकतम 10 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम मिला है. इसके अनुसार दिल्ली में भारती व वोडफोन को दस दस मेगाहर्ट्ज तथा आइडिया को आठ मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम आवंटित किया गया है.
इसी तरह एतिसलात, रिलायंस मोबाइल (जीएसएम) व एयरसेल को 4.4 मेगाहर्ट्ज (प्रत्येक) स्पेक्ट्रम दिया गया है. वहीं मुंबई में बीपीएल तथा वोडाफोन को 10 मेगाहर्ट्ज व भारती को 9.2 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम दिया गया. टीटीएसएल, आइडिया, रिलायंस मोबाइल, डाटाकाम, यूनिटेक तथा एतिसलात को 4.4 मेगाहटर्ज (प्रत्येक) स्पेक्ट्रम मिला है। सरकार ने 3 जी की नीलामी तक 2 जी स्पेक्ट्रम की अतिरिक्त नीलामी रोकने का फैसला किया है.
संचार मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग के आंतरिक स्पेक्ट्रम पैनल की रिपोर्ट पर दूरसंचार नियामक ट्राई के विचार मांगे हैं. इस रिपोर्ट में स्पेक्ट्रम को लाइसेंस से अलग करते हुए 2 जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की बात कही गई है. एमटीएनएल तथा बीएसएनएल की कुछ चुनिंदा सेवाओं को छोड़ दें तो फिलहाल सभी दूरसंचार कंपनियां 2 जी स्पेक्ट्रम सेवाओं की पेशकश कर रही हैं. यह आवंटन कंपनियों के ग्राहकों की संख्या के आधार पर किया गया.