मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखते हुये इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनी इंफोटेक का 4,800 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने का समझौता किया है.
इस अधिग्रहण सौदे से महेन्द्र नहाटा समूह की इंफोटेक का मूल्य करीब 5,000 करोड़ रुपये बैठता है. सौदे के तहत रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी में 95 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 4,800 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
इस सौदे की घोषणा बीडब्ल्यूए के लिये सर्वाधिक बोली लगाने वाली इन्फोटेल को देशभर में ब्राडबैंड स्पेक्ट्रम हासिल होने के कुछ ही देर बाद हुई है. इस तरह मुकेश अंबानी और उनके छोटे भाई अनिल अंबानी के बीच गैर प्रतिस्पर्धा समझौता समाप्त होने और दोंनों के बीच नजदीकियां बढ़ने के एक महीने के भीतर ही मुकेश अंबानी समूह ने दूरसंचार क्षेत्र में प्रवेश कर लिया.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि आरआईएल नयी इक्विटी पूंजी लेने के लिए 4,800 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इस खबर से महेन्द्र नहाटा प्रवर्तित एचएफसी और उनके पुत्र अनंत नहाटा प्रवर्तित एचएफसीएल इन्फोटेल के शेयर अधिकतम सीमा तक बढ़कर क्रमश: 11.39 रुपये और 10.14 रुपये के भाव पर बंद हुए.
उधर, आरआईएल का शेयर भी तीन प्रतिशत से अधिक चढ़कर 1,046.25 रुपये के भाव पर बंद हुआ. अधिग्रहण समझौते के बारे में आरआईएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ‘हम इसे वायरलेस ब्राडबैंड क्षेत्र में नयी लहर के तौर पर देखते हैं. हमारा मानना है कि यह सौदा उत्पादकता बढ़ाएगा और विश्वस्तरीय अनुभव दिलाएगा.’
उल्लेखनीय है कि ब्राडबैंड वायरलेस एक्सेस (बीडब्ल्यूए) क्षेत्र में इन्फोटेल के अलावा दूसरी कोई भी कंपनी अखिल भारतीय स्तर पर स्पेक्ट्रम हासिल नहीं कर सकी. भारती एयरटेल और क्वालकाम को चार-चार सर्किलों में स्पेक्ट्रम मिले, जबकि एयरसेल ने आठ सर्किलों में स्पेक्ट्रम हासिल किए.