फोर्ब्स पत्रिका का अनुमान सही रहा तो रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी अगले चार साल में 62 अरब डालर (2900 अरब रुपये) की नेटवर्थ के साथ दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति होंगे.
फिलहाल वे 29 अरब डालर की परिसंपत्ति के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा ग्रुप की अन्य कंपनियों के प्रमुख हैं.
अमेरिका की इस प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स के अनुसार एक अनुमान यह है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी 2014 तक फोर्ब्स की धनी हस्तियों की सूची में मैक्सिको के उद्यमी कार्लोस स्लिम को पछाड़ देंगे.
पत्रिका में भविष्यवाणी की गई है कि आने वाले चार साल में अंबानी की परिसंपत्तियां जहां बढकर 62 अरब डालर को लांघ जाएंगी वहीं मेक्सिको के राजनीतिक हालत, वित्तीय संकट स्लिम पर भारी पड़ सकते हैं.
अंबानी फिलहाल 53 साल के हैं और फोर्ब्स ने दुनिया के अरबपतियों की सूची में उन्हें चौथे स्थान पर रखा है.
पत्रिका ने राजनीतिक, उर्जा, औषधि, वित्त, समाज तथा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अगले दस साल में संभावित अनेक बड़ी घटनाओं के बारे में विशेष अंक में यह निष्कर्ष निकाला है. प्रकाशन समूह ने 2020 तक संभावित घटनाओं के बारे में भविष्यवाणी के लिये अपने स्टाफ तथा अन्य लोगों से योगदान देने को कहा था.{mospagebreak}
इसमें भविष्य की जिन प्रमुख घटनाओं का अनुमान लगाया गया है उनमें एक यह भी है कि सोशल नेटवकिग साइट फेसबुक 2012 में नस्दक में सूचीबद्ध होगी और इसके आईपीओ की कीमत 40 अरब डालर रहेगी. कंपनी के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग उन लोगों में शामिल हो जाएंगे जिनकी संपत्ति दस अरब डालर से अधिक है.
इसी तरह 2020 तक दुनिया भर में वालमार्ट के कर्मचारियों की संख्या 50 लाख तथा ब्रिकी 1,000 अरब डालर के स्तर को लांघ जाएगी. कंपनी भारत और ब्राजील में सफलतापूर्वक विस्तार करेगी. वर्ष 2017 तक हार्वर्ड की राशि 50 अरब डालर तक पहुंच जायेगी और चीन से छात्रों को आकषिर्त करने के लिये यह निशुल्क शिक्षा की पेशकश करेगा.
पत्रिका में भविष्यवाणी की गई है कि अमेरिका में 2018 तक रोजगार परिदृश्य सुधर जायेगा और बेरोजगारी 7 प्रतिशत से नीचे चली जायेगी. इस दौरान अमेरिका भयानक मंदी से उबर जायेगा.{mospagebreak}
एक अनुमान अफगानिस्तान में अमेरिका सेनाओं की विदाई के बारे में है जो 2018 में होने की संभावना है. इसमें कहा गया है कि वर्ष 2018 में अंतिम अमेरिकी लडाकू सैनिक अफगानिस्तान से विदा हो चुका होगा और इसके साथ ही जमीन पर लडी जाने वाली अमेरिका की सबसे लंडाई का अंत हो जायेगा. इसमें तालिबान और अमेरिका दोनों ही विजय का दावा करेंगे.