फायरिंग का आदेश देने के 23 साल बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि उन्हें अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश देने का दुख है. 2 नवंबर 1990 को बेकाबू हुए कारसेवकों पर यूपी पुलिस ने फायरिंग की थी, जिसमें कई कारसेवक मारे गए थे. उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थे. आज तक से खास बातचीत में मुलायम ने कहा कि उस समय मेरे सामने मंदिर-मस्जिद और देश की एकता का सवाल था. बीजेपी वालों ने अयोध्या में 11 लाख की भीड़ कारसेवा के नाम पर लाकर खड़ी कर दी थी. देश की एकता के लिए मुझे गोली चलवानी पड़ी. हालांकि मुझे इसका अफसोस है.लेकिन और कोई विकल्प नहीं था.
हां मेरा नाम पीएम के लिए तय हो गया था
राजनैतिक गलियारों में अकसर चर्चा होती है कि 1996 की संयुक्त मोर्चा सरकार के प्रधानमंत्री पद के लिए मुलायम का नाम तय हो गया था, मगर लालू ने अडंगा लगा दिया. इस बाबत मुलायम सिंह ने कहा कि हां उस वक्त ऐसा हुआ था. सबसे पहले मैंने सीपीएम के ज्योति बाबू का पीएम के लिए प्रस्ताव किया था. ज्योति बसु ने इनकार कर दिया. उसके बाद उन्होंने मेरे नाम का प्रस्ताव रखा. ये सर्वसम्मति से मान लिया गया. उस वक्त वहां जितने भी नेता थे. देवेगौड़ा थे. असम के महंत थे, जम्मू कश्मीर के अब्दुल्ला थे, सभी ने मेरे नाम को आगे रखा.उस वक्त हमें ही नहीं पता था कि अब आगे नाम आ गया तो कैसे बात रखें. फिर तीन चार लोगों ने अड़ंगा लगा दिया. मैं उनके नाम नहीं लूंगा.
क्या अब मुलायम पीएम की दावेदारी करेंगे, इस सवाल पर मुलायम सीधे जवाब से बच गए. उन्होंने कहा कि सपा की कोशिश रहेगी कि दिल्ली में जो सरकार बने, उसमें हमारी महत्वपूर्ण भूमिका हो.
जेल जाने से नहीं डरता मुलायम सिंह
सीबीआई के डर से कांग्रेस को समर्थन की मजबूरी पर मुलायम बोले कि हमारी कोई मजबूरी नहीं. उन्होंने कहा कि मैं जेल जाने से नहीं डरता हूं, जीवन में बहुत जा चुका हूं, लंबे समय तक जेल में रहा हूं, जेल का कोई सवाल नहीं है.और जो पार्टियों जेल के दम पर दबाव की राजनीति कर रही हैं, उनका खात्मा हो जाएगा.
देश में गुजरात नहीं यूपी का मॉडल चलेगा
गुजरात के विकास मॉडल को खारिज करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि देश में अब यूपी का विकास मॉडल चलेगा. उन्होंने कहा कि आज हर कोई मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कन्याधन योजना की बात कर रहा है. आज से 10 साल पहले मैंने यूपी में यह स्कीम शुरू की थी.तब मैंने कहा था कि सपा एक मॉडल पेश कर रही है. पूरा देश एक समय इसको अपनाएगा. अब वही हो रहा है.रही गुजरात की बात, तो नरेंद्र मोदी बताएं कि उन्होंने किसानों के लिए, कन्याओं के लिए क्या किया. मुसलमानों की हालत पर सच्चर कमेटी की रिपोर्ट आई. केंद्र कुछ नहीं कर रही. मोदी कुछ नहीं कर रहे. सिर्फ यूपी की सपा सरकार कर रही है इस रिपोर्ट पर अमल.
शरद पवार के पीएम बनने में गलत क्या है
क्या सपा किसी और को भी समर्थन दे सकती है. इस संभावना पर गोलमोल जवाब देते हुए मुलायम बोले कि कोई भी पीएम बनने की आकांक्षा पाल सकता है. अगर शरद पवार ऐसा चाहते हैं तो गलत क्या है. बरसों से सफल हैं, मंत्री रह चुके हैं. रही सपा के समर्थन की बात, तो चुनावों के नतीजे आने के बाद क्या हालात बनेंगे, इसी से सब तय होगा.