लद्दाख में पड़ोसी देश चीन की घुसपैठ को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है. मुलायम ने कहा है कि उन्होंने ऐसी कायर सरकार कभी नहीं देखी.
'चीन क्यों जा रहे हैं खुर्शीद?'
मुलायम सिंह यादव ने आज संसद में कहा कि पाकिस्तान से ज्यादा खतरनाक चीन है. उन्होंने कहा, 'मैं पिछले 8 सालों से यह मुद्दा उठा रहा हूं. मैंने चेताया था कि 1962 के युद्ध को दोहराया जा सकता है. मैंने प्रधानमंत्री से जाकर मुलाकात तक की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. अब, सलमान खुर्शीद चीन जा रहे हैं. वे क्या करने जा रहे हैं? क्या उनके सामने भीख मांगने जा रहे हैं?'
'क्यों नहीं करते चीन पर हमला'
उन्होंने कहा, 'जब सेना प्रमुख खुद यह कह रहे हैं कि सैनिक जवाब देने के लिए तैयार हैं , तो सरकार इसका आदेश क्यों नहीं दे रही है? चीन ने 1962 में हमारी बेइज्जती की. वे अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारी बेइज्जती कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी मांग की कि प्रधानमंत्री जवाब दे कि आखिर सरकार चीन से निपटने में इतनी कायर और असमर्थ क्यों है. ?
एसपी सुप्रीमो ने कहा, '1962 के युद्ध के बाद यह फैसला किया गया था कि जब तक चीन 'हमारी एक-एक इंच जमीन से वापस नहीं चला जाता, हम उनके साथ कोई बातचीत नहीं करेंगे' लेकिन अब एक मंत्री विचार विमर्श के लिए चीन जा रहे हैं.'
'चीन सबसे बड़ा खतरा'
हालात के बारे में सदन को सूचित किए जाने की मांग करते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि सरकार ने घुसपैठ को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. उन्होंने कहा, 'बड़े दुखी मन से मुझे कहना पड़ रहा है कि आसन तक ने सरकार को कार्रवाई करने का निर्देश नहीं दिया.' वह चाहते थे कि इस 'गंभीर मसले' पर आसन हस्तक्षेप करे.
चीन को 'हमारा सबसे बड़ा दुश्मन' बताते हुए मुलायम ने कहा, 'पाकिस्तान से कहीं बड़ा खतरा चीन की ओर से है.'
गौरतलब है इससे पहले भी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को केंद्र सरकार को कमजोर बताते हुए कहा कि चीन हमारी जमीन पर कब्जा करता जा रहा है, लेकिन केन्द्र सरकार विफल साबित हो रही है. उन्होंने कहा था कि देश के सामने सबसे बड़ा संकट चीन है.
भारतीय सीमा में घुसे चीनी हेलीकॉप्टर
आधिकारिक सूत्रों से खबर मिली है कि 21 अप्रैल को चीन के दो हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसीमा में घुसे थे. घटना लेह से करीब 300 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में चुमार इलाके की है.
बताया जा रहा है कि दोनो हेलीकॉप्टर काफी देर तक भारत की सीमा में मंडराते रहे. इस दौरान हेलीकॉप्टरों से खाने पीने के सामनों के कैन, सिगरेट के पैकेट और स्थानीय भाषा में लिखे नोट गिराए गए.
जिस इलाके में ये घुसपैठ हुई है, वहां से चीन के अधिग्रहण वाले अक्साई चिन के लिए भी एक रास्ता जाता है. पिछले साल ही सितंबर महीने में भी चीन के हेलीकॉप्टर इस इलाके में घुसे आए थे, तब यहां उसके कुछ फौजी भी उतरे थे और भारतीय फौज के कुछ पुराने बंकरों और टेंट को तहस नहस कर दिया था.
भारत-चीन के बीच तनाव बरकरार
पिछले चंद दिनों में चीन ने तीसरी बार भारत की ओर आंखे तरेरी है. इससे ठीक 6 दिन पहले दौलतबेग ओल्दी इलाके में चीनी प्लाटून ने घुसपैठ की थी, जहां अब भी उनकी फौज टेंट लगा कर जमी हुई है. इस घुसपैठ पर भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है.