यूपीए-2 सरकार ने बुधवार को अपनी चौथी सालगिरह मनाई और एक महाभोज का आयोजन किया. महाभोज यूपीए की तमाम सहयोगी पार्टियों के लिए था, लेकिन इसमें यूपीए के अहम सहयोगी मुलायम सिंह यादव मौजूद नहीं थे. फिर भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हौसलों में कमी न थी.
पहले उपलब्धियों की रिपोर्ट कार्ड पेश किया गया और फिर विपक्ष से लेकर मीडिया तक में हो रही किरकिरी का जवाब दिया गया. पीएम एक बार फिर शायराना अंदाज में दिखे और शायरी के साथ शुरुआत की, 'सितारों से आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क के इम्तेहान और भी हैं.'
प्रधानमंत्री ने खाली ग्लास का जिक्र कर नरेंद्र मोदी के हमलों का जवाब दिया तो सोनिया गांधी ने खुद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पीठ थपथपाई. यूपीए के इस जश्न के आगे चुनाव ही है इस लिहाज से यूपीए-2 का ये जश्न आखिरी है लेकिन न तो सोनिया गांधी और न ही प्रधानमंत्री मानने को तैयार हैं कि यूपीए का ये जश्न आखिरी है.
पीएम ने कहा, 'लगातार तीसरी बार सत्ता मिली तो और कमाल कर देंगे.' महंगाई, भ्रष्टाचार, मंदी जैसे प्रधानमंत्री के कितने ही कमाल तो देश की जनता देख चुकी है. फिर सत्ता मिली तो और न जाने क्या- क्या होगा.
यूपीए सरकार के हर नए साल के साथ आम लोगों की परेशानी बढ़ती चली गई. भ्रष्टाचार, महंगाई से लेकर मंदी तक सबने देशवासियों का हाल बेहाल कर दिया है. लेकिन यूपीए-2 की चौथी सालगिरह पर पेश किया गया रिपोर्टकार्ड कहता है, 'देश में सब ठीक है.' प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष को सरकार के कामकाज में कहीं खामी नजर नहीं आई.